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02/10/2025 6:49 pm

अच्छी नींद…अच्छी सेहत…शवासन करने से आएगी गहरी नींद

 

हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में नींद एक जरूरत है..नींद हमारे शरीर और मस्तिष्क को आराम देने की एक प्रक्रिया है ताकि शरीर और मन ऊर्जा का संग्रह कर ले, ताकि आप आगे के काम के लिए तैयार हो जाएं। इसलिए अच्छी और गहरी नींद के बाद आप काफी ऊर्जावान महसूस करते हैं…अगर किसी कारण से ये नींद पूरी नहीं होती है तो आप परेशान, चिड़चिड़े, आलस्य, और कमजोरी जैसी कई समस्याओं के आप शिकार हो जाते हैं..

श्रम नहीं करने से नींद होती है गायब

वैसे देखा जाए तो अनिद्रा कोई बीमारी नहीं है। यह एक जीवनशैली है। प्रकृति ने हमें इस प्रकार बनाया है कि हम आठ घंटे कठोर श्रम करें ताकि फिर आठ घंटे सोने के अधिकारी हो सके। लेकिन आधुनिक समाज में हम सब में श्रम करने की क्षमता कम हो गई है जिस कारण से नींद भी कम आ रही है..क्योंकि जैसे-जैसे हमारा समाज समृद्ध होता है मेहनत कम करना पड़ता है जिसके चलते हमसब के जीवन से नींद भी कम होने लगती है। यदि हम गौर से देखे तो हम पाते हैं कि गरीब लोगों में अनिद्रा की शिकायत नहीं है क्योंकि उन्हें कुछ पाने के लिए श्रम करना पड़ता है..वहीं अमीर लोग श्रम से दूर होते चले जाते हैं और वो अनिद्रा के शिकार हो जाते हैं। इसलिए तो प्रचलित कहावत है – भिखारियों को सम्राटों से बेहतर नींद आती है।

अच्छी नींद के फायदे-

-अच्छी नींद आने से आप ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल आदि से समस्या से बच सकते हैं।

-अच्छी नींद आने के बाद आप काफी फ्रेश और किसी भी काम में आप मजा लेते हैं.

-पर्याप्त नींद के बाद आप काफी ऊर्जावान महसूस करते हैं।

-पूरी नींद लेने वाले व्यक्तियों की याद्दाश्त काफी अच्छी होती जाती है।

-अच्छी नींद होने से आपकी एकाग्रता भी बढ़ती है।

-हमेशा पर्याप्त नींद लेने से व्यक्ति हमेशा तरो-ताजा महसूस करता और उसके चेहरे पर नेचुरल मुस्कान बनी रहती है।

अच्छी नींद आए इसके लिए क्या करें-

1-आसन में आप सूर्य नमस्कार, पर्वातासन, वज्रासन, दंडासन कर सकते हैं.

2- हर दिन आप कम से कम 30 मिनट तेज गति से टहले..ध्यान रहे टहते समय किसी से बात या गाना नहीं सुने।

3-अगर आपको किसी खेल का शौक है तो समय निकालकर रोज जरूर खेलिए।

4-कोशिश कीजिए की आप हर दिन कुछ न कुछ श्रम करें.

5-अंत में आप जब बिस्तर पर सोने जाएं तो एक प्रयोग कीजिए-

शवासन कैसे करें?
आप सिर के नीचे से तकिए हटाकर लेट जाए..दोनों पैर के बीच में एक फीट का फासला रखें..दोनों हाथ बगल में रखें और हथेलियों को छत की ओर रखें..आंखें बंद रखें। योग में इसे शवासन कहते है यानि शरीर मुर्दे जैसी..आपके शरीर में कोई हलचल नहीं हो। ध्यान रहे कि आप अंदर से कुछ भी ताकत नहीं लगाए..ये भी मत कीजिए की हमें सोना है..क्योंकि इस सोच में भी ताकत लगानी होती है…अब बस आप मन से अपने श्वास को देखते रहिए कि आपके अंदर श्वास आ रही है, जा रही है…ध्यान रहे सिर्फ मन से देखना है..करना कुछ भी नहीं। अगर आपका ध्यान कुछ देर बात भटक जाता है तो आप परेशान मत हो… फिर से श्वास को देखें..बार बार मन इधर-उधर भटकेगा लेकिन फिर उसे वापस देखने के काम में लगा दीजिए। फिर आपको पता भी नहीं चलेगा कि कब आप सो गए…

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