आज, 25 जनवरी 2025 की रात, आकाश में एक दुर्लभ खगोलीय घटना देखने को मिल रही है, जिसे ‘प्लैनेटरी परेड’ कहा जाता है। इस घटना में सौरमंडल के सात ग्रह—बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस, और नेपच्यून—एक साथ आकाश में दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, इनमें से केवल चार ग्रह—शुक्र, मंगल, बृहस्पति, और शनि—नंगी आंखों से देखे जा सकते हैं, जबकि यूरेनस और नेपच्यून को देखने के लिए दूरबीन या टेलीस्कोप की आवश्यकता होगी। बुध ग्रह को देखना अपेक्षाकृत कठिन हो सकता है, क्योंकि यह सूर्य के निकट होता है और सूर्योदय या सूर्यास्त के समय ही क्षितिज के पास थोड़े समय के लिए दिखाई देता है।
ग्रहों की परेड एक दुर्लभ घटना
ऐसी ग्रहों की परेड एक दुर्लभ घटना है, जो कई वर्षों में एक बार होती है। इससे पहले, जून 2013 में ऐसा नजारा देखा गया था, यानी लगभग 11 साल पहले।
ग्रहों की स्थिति में बदलाव
इस अद्भुत खगोलीय घटना का आनंद लेने के लिए, आप किसी ऐसे स्थान का चयन करें जहां प्रकाश प्रदूषण कम हो और आकाश स्पष्ट दिखाई दे। दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर देखें, जहां ये ग्रह एक सीध में दिखाई देंगे। शाम के समय, सूर्यास्त के बाद से लेकर रात 9:30 बजे तक का समय ग्रहों को देखने के लिए उपयुक्त है। शुक्र, मंगल, बृहस्पति, और शनि को नंगी आंखों से देखा जा सकता है, जबकि यूरेनस और नेपच्यून के लिए दूरबीन या टेलीस्कोप का उपयोग करें।
यह खगोलीय घटना 21 जनवरी से शुरू होकर 8 मार्च 2025 तक जारी रहेगी, जिसमें ग्रहों की स्थिति में बदलाव होता रहेगा। विशेष रूप से, 28 फरवरी 2025 को बुध ग्रह भी इस परेड में शामिल होगा, जिससे यह और भी विशेष बन जाएगा। इस प्रकार की ग्रहों की परेड खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए एक दुर्लभ और रोमांचक अवसर है, जिसे मिस नहीं करना चाहिए।
