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June 19, 2025 6:43 am

भारत की कौन-कौन सी नदी है जहां विशेष उत्सव और धार्मिक कार्य होता है

भारत में कई नदियों को पवित्र माना गया है, और इनकी पूजा सदियों से होती आ रही है। हर नदी का धार्मिक, सांस्कृतिक और पौराणिक महत्व है। जल हमें जीवन देता है। इसलिए जल की प्रमुख स्रोत नदियों को पवित्र मान कर उनकी पूजा-अर्चना की परंपरा सदियों से चली आ रही है। मानव शरीर जिन पंच तत्वों से मिलकर बना है, जल भी उनमें से एक प्रमुख तत्व है, जो न केवल उसे जीवन देता है बल्कि मानव शरीर को सुंदर और स्वच्छ भी बनाता है। वैसे तो भारत में हर नदी की पूजा की जाती है. लेकिन कुछ प्रमुख नदियां है जहां विशेष उत्सव और विशेष धार्मिक कार्य किए जाते है. 

1. गंगा नदी (गंगा माता)

  • स्थान: उत्तर भारत
  • महत्व: गंगा को मोक्षदायिनी माना जाता है। यह भगवान शिव की जटाओं से निकली मानी जाती है।
  • उत्सव: गंगा दशहरा, मकर संक्रांति, गंगा आरती (हरिद्वार और वाराणसी में विशेष)।
  • धार्मिक कार्य: अस्थि विसर्जन, पिंडदान, और अंतिम संस्कार।

2. यमुना नदी

  • स्थान: उत्तर भारत
  • महत्व: इसे भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं से जोड़ा जाता है। यमुना तट पर मथुरा और वृंदावन धार्मिक स्थलों के रूप में प्रसिद्ध हैं।
  • उत्सव: यमुना छठ, और मथुरा-वृंदावन में विशेष पूजा।
  • विशेषता: यमुना को पवित्रता और प्रेम का प्रतीक माना जाता है।

3. सरस्वती नदी

  • स्थान: अदृश्य मानी जाने वाली यह नदी वैदिक काल में महत्वपूर्ण थी।
  • महत्व: सरस्वती विद्या, कला, और ज्ञान की देवी हैं।
  • उत्सव: वसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा।
  • धार्मिक मान्यता: इसे आध्यात्मिक और बौद्धिक प्रगति का प्रतीक माना जाता है।

4. नर्मदा नदी (नर्मदा माता)

  • स्थान: मध्य भारत (मध्य प्रदेश और गुजरात)
  • महत्व: नर्मदा परिक्रमा एक प्रमुख धार्मिक यात्रा है।
  • धार्मिक मान्यता: नर्मदा को गंगा से भी अधिक पवित्र माना जाता है; कहा जाता है कि नर्मदा में स्नान की बजाय केवल दर्शन ही पापों का नाश कर देता है।
  • उत्सव: नर्मदा जयंती।

5. कावेरी नदी

  • स्थान: दक्षिण भारत (कर्नाटक और तमिलनाडु)
  • महत्व: इसे दक्षिण गंगा के रूप में जाना जाता है।
  • धार्मिक मान्यता: कावेरी तट पर कई प्राचीन मंदिर हैं।
  • उत्सव: कावेरी पुश्कारम।

6. गोदावरी नदी

  • स्थान: महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना
  • महत्व: इसे दक्षिण गंगा कहा जाता है।
  • धार्मिक मान्यता: नासिक में गोदावरी तट पर कुंभ मेले का आयोजन होता है।
  • उत्सव: गोदावरी पुश्कारम।

7. कृष्णा नदी

  • स्थान: महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश
  • महत्व: कृषि और जल के लिए यह नदी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
  • धार्मिक मान्यता: कृष्णा नदी के तट पर कई प्रसिद्ध मंदिर स्थित हैं।

8. सिंधु नदी

  • स्थान: लद्दाख और जम्मू-कश्मीर (पाकिस्तान में बहने वाली प्रमुख नदी)।
  • महत्व: सिंधु सभ्यता का नाम इसी नदी पर आधारित है।
  • धार्मिक मान्यता: सिंधु नदी को आर्य सभ्यता की जड़ माना जाता है।
  • उत्सव: सिंधु दर्शन उत्सव।

9. ब्रह्मपुत्र नदी

  • स्थान: असम और अरुणाचल प्रदेश
  • महत्व: इसे ब्रह्मा जी की शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
  • धार्मिक मान्यता: इसके तट पर कई धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।

10. घाघरा, गंडक और कोसी नदियाँ

  • स्थान: उत्तर प्रदेश, बिहार
  • महत्व: इन नदियों का कृषि और जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है।
  • धार्मिक मान्यता: इन्हें गंगा और यमुना की सहायक नदियाँ मानते हुए पूजा जाता है।

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