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16/12/2025 3:47 pm

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श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम में 232वां अन्नपूर्णा सेवा महाप्रसाद भंडारा

रांची के पुंदाग स्थित श्री कृष्ण प्रणामी मंगल राधिका सदानंद सेवा धाम में रविवार को 232वां श्री कृष्ण प्रणामी अन्नपूर्णा सेवा महाप्रसाद भंडारा बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ। यह भंडारा समाजसेवा और भक्ति के अद्भुत संगम का प्रतीक बन गया। इस आयोजन का उद्देश्य केवल भंडारा नहीं था, बल्कि समाज में सेवा, प्रेम और एकता का संदेश देना भी था। सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। हर कोई भगवान श्री राधा कृष्ण के चरणों में शीश झुकाकर प्रसाद ग्रहण करने को उत्सुक था।


स्वर्गीय विष्णु पोद्दार की पुण्य स्मृति में हुआ आयोजन

इस बार का अन्नपूर्णा महाप्रसाद भंडारा समाजसेवी स्वर्गीय विष्णु पोद्दार की पुण्य स्मृति में आयोजित किया गया था। उनके परिवार — धर्मपत्नी ललिता पोद्दार, पुत्र अमित पोद्दार, पुत्रवधू सोनम पोद्दार तथा समूचे परिवार ने अपनी श्रद्धा और सेवा भाव से इस आयोजन को भव्य रूप दिया। परिवार की यह श्रद्धा दर्शाती है कि जब सेवा और भक्ति एक साथ चलती हैं, तो समाज में प्रेम, करुणा और एकजुटता का वातावरण बनता है। यह आयोजन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था बल्कि यह समाज को एकजुट करने की प्रेरणा भी था।


भोग और प्रसाद वितरण का शुभारंभ

दोपहर 12:30 बजे मंदिर के पुजारी अरविंद कुमार पांडे द्वारा भगवान श्री राधा कृष्ण को अन्नपूर्णा महाप्रसाद का विधिवत भोग लगाया गया। इसके बाद पूरे मंदिर परिसर में महाप्रसाद वितरण आरंभ हुआ। दो हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने इस प्रसाद का आनंद लिया। महाप्रसाद में केसरिया खीर, पुड़ी, आलू-काबुली चना टमाटर मिश्रित सब्जी, वेजिटेबल पुलाव, चिप्स और सलाद शामिल थे। श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हुए अत्यंत संतुष्टि और आनंद की अनुभूति कर रहे थे।


भजन संध्या में झूम उठे श्रद्धालु

अन्नपूर्णा भंडारा के पश्चात शाम को भजन संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट के भजन गायक मनीष सोनी ने सुमधुर भजनों से पूरे वातावरण को भक्ति और आनंद से भर दिया। “राधे-श्याम” और “गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो” जैसे भजनों पर उपस्थित श्रद्धालु झूम उठे। उनके भजनों ने मानो अमृत गंगा की धारा बहा दी। इस दौरान मंदिर परिसर श्री राधा कृष्ण जयकारों से गूंज उठा और पूरा वातावरण कृष्णमय हो गया।


महाआरती और सामूहिक प्रार्थना से हुआ समापन

भजन संध्या के बाद सामूहिक महाआरती का आयोजन किया गया। हर श्रद्धालु दीपक लेकर भगवान श्री राधा कृष्ण की आरती में सम्मिलित हुआ। यह दृश्य अत्यंत मनमोहक था — वातावरण में घंटियों की गूंज, भक्तों के मुख से निकले जयकारे और दीपों की लौ से आलोकित मंदिर परिसर ने सबके हृदय को भावविभोर कर दिया। यह क्षण न केवल धार्मिक था बल्कि आध्यात्मिक अनुभूति से परिपूर्ण था।


ट्रस्ट के प्रवक्ता ने साझा की जानकारी

श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी संजय सर्राफ ने बताया कि इस अवसर पर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। करीब 5000 से अधिक श्रद्धालुओं ने श्री राधा कृष्ण के दर्शन किए और महाप्रसाद का आनंद लिया। संजय सर्राफ ने कहा कि ट्रस्ट का उद्देश्य केवल धार्मिक आयोजन तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में सेवा, प्रेम और सहयोग की भावना को बढ़ावा देना भी है।


भक्तों की उपस्थिति और आयोजन की गरिमा

इस भव्य आयोजन में ट्रस्ट के अध्यक्ष डूंगरमल अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल, शिव भगवान अग्रवाल, मधुसूदन जाजोदिया, मनीष जालान, पूरणमल सर्राफ, सुरेश भगत, विष्णु सोनी, पवन पोद्दार, मुरली प्रसाद, हरीश कुमार, परमेश्वर साहू, बसंत वर्मा सहित सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया। बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी इस अवसर पर मौजूद थे, जिसने आयोजन को और भी पारिवारिक और भक्तिमय बना दिया।


अन्नपूर्णा सेवा का संदेश: “भक्ति में ही सेवा है”

यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सेवा और समर्पण का प्रतीक था। अन्नपूर्णा सेवा महाप्रसाद का यह कार्यक्रम हमें यह सिखाता है कि जब हम प्रेमपूर्वक दूसरों के लिए कुछ करते हैं, तो वह केवल दान नहीं बल्कि सच्ची भक्ति होती है। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि हर व्यक्ति के भीतर सेवा का भाव होना चाहिए, क्योंकि सेवा ही सच्ची पूजा है।


भविष्य के लिए प्रेरणा: समाज में प्रेम और एकता का भाव

श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम द्वारा आयोजित यह अन्नपूर्णा सेवा महाप्रसाद भंडारा हर वर्ष सैकड़ों लोगों के जीवन में भक्ति, प्रेम और करुणा की नई चेतना भर देता है। यह आयोजन हमें यह याद दिलाता है कि समाज का सच्चा उत्थान तभी संभव है जब हम एक-दूसरे के प्रति प्रेम, सहानुभूति और सहयोग की भावना रखें। यही श्री कृष्ण की सच्ची शिक्षा है — “सेवा में ही सच्चा सुख है।”

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