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June 18, 2025 9:08 pm

खून की कमी कैसे करें दूर: डेली डाइट में शामिल करें ये सुपरफूड्स, तेजी से बढ़ेगा हीमोग्लोबिन लेवल

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खून की कमी यानी एनीमिया (Anemia) एक आम समस्या बनती जा रही है, खासकर महिलाओं और बच्चों में। WHO के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 30% महिलाएं एनीमिया से ग्रसित हैं। इस लेख में जानिए खून की कमी के कारण, लक्षण और घरेलू डाइट में किन चीजों को शामिल कर आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं।


खून की कमी क्यों होती है?

  1. आयरन की कमी: शरीर में आयरन की कमी के कारण शरीर पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं बना पाता।
  2. फोलिक एसिड और विटामिन B12 की कमी: ये दोनों तत्व लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं।
  3. भोजन में पोषक तत्वों की कमी: जंक फूड या असंतुलित आहार लेने से शरीर को जरूरी मिनरल्स नहीं मिल पाते।
  4. खून की अत्यधिक हानि: चोट, मासिक धर्म या ऑपरेशन के बाद खून की अधिक हानि से एनीमिया हो सकता है।
  5. पाचन संबंधी समस्या: यदि शरीर आयरन को अवशोषित नहीं कर पा रहा है, तो भी खून की कमी हो सकती है।

खून की कमी के लक्षण:

  • अत्यधिक थकान
  • चक्कर आना
  • साँस लेने में कठिनाई
  • चेहरे की रंगत पीली पड़ना
  • बाल झड़ना और कमजोर नाखून
  • दिल की धड़कन तेज होना

हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए डेली डाइट में क्या लें?

1. चुकंदर (Beetroot):

चुकंदर आयरन, फोलेट और फाइबर का बेहतरीन स्रोत है। इसका जूस रोजाना सुबह खाली पेट पीने से हीमोग्लोबिन तेजी से बढ़ता है।

2. पालक (Spinach):

पालक में आयरन, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसे सब्जी, पराठा या सूप के रूप में शामिल करें।

3. अनार (Pomegranate):

अनार में आयरन के साथ-साथ विटामिन C और पोटैशियम होता है, जो खून की गुणवत्ता बढ़ाता है।

4. गुड़ और तिल (Jaggery and Sesame):

गुड़ आयरन का सस्ता और असरदार स्रोत है। तिल के साथ सेवन करने से इसका असर दोगुना हो जाता है।

5. दालें और हरी सब्जियाँ:

मूंग, मसूर, चना दाल और मेथी, सरसों जैसी हरी पत्तेदार सब्जियाँ आयरन और फाइबर से भरपूर होती हैं।

6. सुखा मेवा (Dry Fruits):

किशमिश, खजूर, अंजीर और बादाम शरीर में रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मदद करते हैं।

7. विटामिन C युक्त फल:

संतरा, आंवला, नींबू और अमरूद जैसे फल आयरन के अवशोषण को बेहतर बनाते हैं।

8. अंडा और मछली (यदि नॉन-वेज खाएं):

अंडे और मछली में हीम आयरन होता है जो आसानी से अवशोषित हो जाता है।


डॉक्टरों की सलाह:

डॉ. नीरा सिंह (AIIMS, दिल्ली):

“हर महिला को अपने आहार में हफ्ते में कम से कम 3 बार आयरन युक्त भोजन शामिल करना चाहिए। साथ ही विटामिन C का सेवन भी जरूरी है।”

डॉ. अरविंद गुप्ता (Apollo, मुंबई):

“खून की कमी को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। लंबे समय तक अनदेखा करने पर यह दिल और मस्तिष्क को प्रभावित कर सकता है।”

देश के पाँच प्रमुख आयुर्वेद विशेषज्ञों (आचार्यों) की “खून की कमी (Low Hemoglobin/Anemia)” को लेकर राय और उपचार, जो प्राचीन आयुर्वेद के साथ-साथ आधुनिक संदर्भ में भी कारगर माने जाते हैं:

1. वैद्य बालेंदु प्रकाश (पूर्व चिकित्सक, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान)

राय: “खून की कमी को आयुर्वेद में ‘पांडु रोग’ कहा गया है। इसके पीछे पाचन अग्नि की कमजोरी और आयरन न मिलने की वजह प्रमुख होती है। अगर ताम्र भस्म, लौह भस्म और मंडूर वटी को उचित अनुपात में लिया जाए, तो यह हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है।”

अनुशंसा:

  • द्राक्षारिष्ट

  • लौहासव

  • त्रिफला रस (रक्त शुद्धि के लिए)

  • आंवला और अश्वगंधा का नियमित सेवन


2. वैद्य राजेश मिश्रा (काशी आयुर्वेद विद्यालय, वाराणसी)

राय:

“महिलाओं और किशोरियों में खासतौर पर मासिक धर्म के कारण खून की कमी आम है। आयुर्वेद कहता है कि शरीर में रस और रक्त धातु का पोषण ‘आहार रस’ पर निर्भर करता है। इसलिए लोहे से भरपूर फल और रक्तवर्धक औषधियां जरूरी हैं।”

अनुशंसा:

  • Punarnava Mandoor

  • Navayas Lauh

  • गुड़ + तिल का सेवन (खून बढ़ाने के लिए रामबाण)


3. डॉ. वीणा भटनागर (पतंजलि योगपीठ, हरिद्वार)

राय: “आयुर्वेद के अनुसार खून की कमी का मुख्य कारण होता है शरीर में अग्नि का मंद होना। अग्नि को तेज करने और शरीर के धातु चक्र को संतुलित करने के लिए ‘धातुवर्धक’ औषधियां और ‘सत्त्विक’ भोजन जरूरी है।”

अनुशंसा:

  • Chyawanprash with Cow Ghee

  • Ashwagandha Avaleha

  • पालक, मेथी, और चुकंदर की सब्जी

  • अनार और गिलोय का रस


4. वैद्य नरेंद्र राव (आर्य वैद्य शाला, कोयंबटूर)

राय: “Low Hemoglobin केवल आयरन की कमी नहीं बल्कि पाचन तंत्र की गड़बड़ी का परिणाम है। सही पाचन के लिए दीपन-पाचन औषधियां देना जरूरी है, ताकि खाया गया भोजन रक्त में परिवर्तित हो सके।”

अनुशंसा:

  • Jeerakarishtam

  • Drakshasava

  • पुदीना, सौंठ, और धनिया से बनी हर्बल चाय


5. वैद्य हेमंत पटवर्धन (चारक आयुर्वेदिक मिशन, पुणे)

राय: “रक्त की वृद्धि के लिए जरूरी है कि आहार और औषध दोनों मिलकर काम करें। प्राचीन ग्रंथों में शतावरी, विदारीकंद, और मूलिका रस को रक्तवर्धक माना गया है।”

अनुशंसा:

  • Dhatri Loha

  • Shatavari Kalpa

  • गिलोय घन वटी + आंवला रस


साझा सुझाव इन सभी विशेषज्ञों का:

  • आयुर्वेदिक दवाएं खाली पेट न लें

  • आयरन युक्त चीजों के साथ विटामिन-C स्रोत (जैसे नींबू या आंवला) जरूर लें

  • ताम्र पात्र (कॉपर बर्तन) में पानी भरकर रातभर रखें और सुबह पिएं

  • गरिष्ठ भोजन, चाय-कॉफी, और धूम्रपान से बचें


घरेलू नुस्खे:

  • 1 चम्मच चुकंदर का रस + शहद सुबह खाली पेट लें।
  • हर दिन 5 भीगे हुए किशमिश और 2 खजूर खाएं।
  • रातभर भीगे हुए मेथी दाना का पानी पिएं।
  • ताजे आंवला का रस + एक चम्मच एलोवेरा जूस भी फायदेमंद होता है।

⚠️ ध्यान दें: यदि लक्षण लगातार बने रहें तो डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं।


किन चीजों से बचें:

  • चाय और कॉफी का अधिक सेवन (ये आयरन के अवशोषण में रुकावट डालते हैं)
  • जंक फूड
  • अत्यधिक नमक और चीनी वाले फूड्स

निष्कर्ष:

खून की कमी एक गंभीर लेकिन काबू में आने वाली स्थिति है। सही खानपान और जीवनशैली से न सिर्फ इसे रोका जा सकता है बल्कि हीमोग्लोबिन लेवल को तेजी से बढ़ाया भी जा सकता है। यदि आप या आपके परिवार में कोई इससे ग्रसित है, तो आज से ही डाइट में ऊपर बताए गए सुपरफूड्स को शामिल करें और नियमित जांच करवाएं।

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