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03/10/2025 1:55 am

उफ ! ये पीठ दर्द परेशान कर दिया है…..ये आसन करें मिलेगी दर्द से मुक्ति

How To Improve Spine Health: अपनी स्पाइन को हेल्दी और मजबूत रखने के लिए इन 6 आसान टिप्स को फॉलो करें रीढ़ से संबंधित समस्याएं इन दिनों आम हैं. खासकर वर्क फ्रॉम होम के दौरान. यहां कुछ टिप्स दी गई हैं जो आपको इन्हें रोकने में मदद करती हैं. रीढ़ की समस्या दुनिया भर में सबसे भारी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है. उम्र बढ़ने और गतिहीन जीवन शैली के साथ आने वाले सालों में रीढ़ की समस्याओं से प्रभावित लोगों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है. “रोकथाम इलाज से बेहतर है” का सिद्धांत रीढ़ की समस्याओं के लिए भी सही है. आपकी रीढ़ से संबंधित समस्याओं से बचने के लिए यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं.

 


स्पाइन (रीढ़ की हड्डी) को मजबूत रखने के लिए कई आसन-

भुजंगासन (Cobra Pose):

लाभ: यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और पीठ के निचले हिस्से में खिंचाव कम करता है। यह आसन पीठ की मांसपेशियों को ताकतवर बनाता है और कंधों को भी मजबूत करता है। इससे खड़े होने और बैठने की मुद्रा में सुधार होता है। छाती और पेट के मांसपेशियों को खींचने और लम्बा करने के कारण यह आसन श्वसन और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है।

शलभासन (Locust Pose):

लाभ: यह आसन पीठ के निचले हिस्से को मजबूत करता है और रीढ़ की हड्डी की लचीलापन को बढ़ाता है। यह आसन आपके पेट और कोर मांसपेशियों को मजबूत करता है। यह आसन शरीर के पीछे के हिस्से को खींचता है और लचीला बनाता है। यह आसन मानसिक तनाव को कम करने में भी मदद करता है। यह पीठ के निचले हिस्से की समस्याओं को कम करता है।

उत्तानासन (Forward Bend Pose):

लाभ: यह आसन रीढ़ की हड्डी को खींचता है और लचीला बनाता है, और आपके हैमस्ट्रिंग्स और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इससे तनाव और थकावट कम होती है। उत्तानासन के अभ्यास से पिंडली, जांघ, पीठ, कमर और कूल्हे मजबूत होते हैं। मांसपेशियों में होने वाले दर्द और अन्य समस्याएं कम हो सकती हैं।

सेतु बंधासना (Bridge Pose):

लाभ: यह आसन आपकी पीठ के निचले हिस्से को मजबूत करता है, और आपकी रीढ़ की हड्डी को सही स्थिति में रखता है। यह आसन आपके कूल्हों और जांघों को भी मजबूत बनाता है। पीठ, ग्लूट्स, टांगों और टखनों को मजबूत बनाता है।छाती, हृदय और कूल्हे के लचीलेपन को बढ़ाता है। छाती, गर्दन, कंधों और रीढ़ को फैलाता है।

मार्जरीआसना (Cat-Cow Pose):

लाभ: यह आसन पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है और लचीलापन बढ़ाता है, जिससे पीठ दर्द को कम करने में मदद मिलती है। यह आसन गर्दन और कंधों की मांसपेशियों को खींचता है और उन्हें रिलेक्स करता है। पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करता है, जिससे पेट की ताकत बढ़ती है और पाचन क्रिया में सुधार होता है।

धनुरासन (Bow Pose):

लाभ: धनुरासन पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है और लचीलापन बढ़ाता है, जिससे पीठ दर्द को कम करने में मदद मिलती है।यह आसन पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करता है, जिससे पेट की ताकत बढ़ती है और पेट की चर्बी कम होती है।यह आसन शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है और थकावट को दूर करता है।

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