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June 19, 2025 6:32 am

कान पकड़कर उठक बैठक: सजा या मस्तिष्क के लिए व्यायाम?

कान पकड़कर उठक बैठक (जिसे ‘सुपर ब्रेन योगा’ भी कहा जाता है) का प्राचीन भारतीय संस्कृति और योग में उल्लेख है। यह तकनीक पहले स्कूलों में बच्चों को सजा के तौर पर दी जाती थी। हालांकि, हाल के शोध और अध्ययन इस पर नए दृष्टिकोण प्रस्तुत कर रहे हैं। वैज्ञानिक और योग विशेषज्ञ मानते हैं कि यह अभ्यास न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हो सकता है।

क्या कहती है रिसर्च?

आधुनिक अनुसंधानों ने पाया है कि कान पकड़कर उठक बैठक करने से मस्तिष्क के बाएं और दाएं हिस्सों में संतुलन बनता है। यह प्रक्रिया मस्तिष्क के दोनों गोलार्द्धों को सक्रिय करती है और ध्यान केंद्रित करने, याददाश्त सुधारने और मानसिक स्पष्टता लाने में मदद करती है।

कैसे काम करता है यह अभ्यास?

  1. कान पकड़ना: कान के लोब पर विशिष्ट एक्यूप्रेशर पॉइंट्स होते हैं। जब इन्हें दबाया जाता है, तो मस्तिष्क की नर्वस प्रणाली उत्तेजित होती है। बायां कान मस्तिष्क के दाएं हिस्से को और दायां कान मस्तिष्क के बाएं हिस्से को नियंत्रित करता है।
  2. शरीर की गति: उठक बैठक के दौरान ऊपर-नीचे करने से शरीर में रक्त संचार बढ़ता है, जिससे ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ती है और मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार होता है।
  3. साँस की लय: इस अभ्यास के दौरान गहरी साँस लेने से ध्यान और शांति में मदद मिलती है।

अध्ययन और निष्कर्ष

कुछ वैज्ञानिक अध्ययनों ने पाया कि इस अभ्यास से बच्चों और वयस्कों में ध्यान केंद्रित करने की क्षमता और एकाग्रता में सुधार हुआ है। यह विशेष रूप से उन बच्चों के लिए उपयोगी हो सकता है जिनमें ADHD (Attention Deficit Hyperactivity Disorder) जैसे विकार हैं।

क्या यह केवल कल्पना है?

हालांकि इस पर किए गए शोध प्रचलित हैं, लेकिन वैज्ञानिक प्रमाण अभी सीमित हैं। सुपर ब्रेन योगा के समर्थकों का दावा है कि यह मस्तिष्क को सक्रिय और संतुलित रखने में मदद करता है। वहीं, आलोचक इसे ‘प्लेसबो इफेक्ट’ मानते हैं। उनका कहना है कि इसके लाभ केवल नियमित व्यायाम और सकारात्मक सोच का परिणाम हो सकते हैं।

सही तरीके से इसका लाभ कैसे लिया जाए?

अगर आप इस अभ्यास को अपने जीवन में शामिल करना चाहते हैं, तो इसे सही विधि से करना जरूरी है:

  1. सीधे खड़े होकर पैरों को कंधों के बराबर रखें।
  2. दाहिने हाथ से बाएं कान और बाएं हाथ से दाहिने कान को पकड़ें।
  3. गहरी साँस लें और धीरे-धीरे बैठें। साँस छोड़ते हुए उठें।
  4. इसे 10-15 बार दोहराएं।

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