पहले के समय में दादी, नानी या मां रोटी को तवे पर कपड़े से सेंकती थी. ऐसा करना एक धीमी और सुरक्षित प्रक्रिया मानी जाती थी। इस तरीके में रोटी को धीमी आंच पर समान रूप से सेंका जाता था, जिससे पोषक तत्व सुरक्षित रहते थे और स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता था। लेकिन वर्तमान में, समय की बचत के लिए लोग रोटी को सीधे गैस की लौ पर सेकते हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। चलिए, वैज्ञानिक आधार पर समझते हैं कि क्यों गैस की लौ पर रोटी सेकना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
1. एलपीजी गैस और उसके प्रभाव
रसोई में इस्तेमाल की जाने वाली गैस को “एलपीजी” यानी लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस कहा जाता है, जो मुख्यतः प्रोपेन और ब्यूटेन का मिश्रण होती है। ये गंधहीन होती है, जिसमें गंध के लिए थोड़ी मात्रा में एथाइल मरकैप्टन नामक रसायन मिलाया जाता है ताकि गैस रिसाव का पता चल सके। एलपीजी जलने पर कार्बन डाइऑक्साइड और जल के साथ-साथ थोड़ी मात्रा में कार्बन मोनोऑक्साइड (अपूर्ण दहन के कारण) भी उत्पन्न होती है।
जब रोटी को सीधे एलपीजी गैस की लौ पर सेंका जाता है, तो आटे के कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन उच्च तापमान के संपर्क में आते हैं, जिससे कई हानिकारक यौगिकों का निर्माण होता है। इसके अलावा, जलने के दौरान कार्बन मोनोऑक्साइड और अन्य विषैले पदार्थ भी उत्पन्न होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
2. एक्रिलामाइड का निर्माण
जब रोटी को सीधे गैस पर तेज आंच में सेंका जाता है, तो यह एक्रिलामाइड नामक रसायन का निर्माण कर सकती है। एक्रिलामाइड उच्च तापमान पर कार्बोहाइड्रेट्स (जैसे आटे) और प्रोटीन के बीच प्रतिक्रिया के कारण उत्पन्न होता है। वैज्ञानिक अनुसंधानों के अनुसार, एक्रिलामाइड एक कैंसरजनक पदार्थ हो सकता है, यानी यह कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।
3. एचसीए और पीएएच का निर्माण
तेज तापमान पर खाना पकाने पर हेटरोसाइक्लिक अमाइन्स (Heterocyclic Amines – HCA) और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (Polycyclic Aromatic Hydrocarbons – PAH) का निर्माण हो सकता है। ये रसायन आम तौर पर मांस को भूनने पर अधिक बनते हैं, लेकिन कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों पर भी इनका थोड़ा असर हो सकता है। यह रसायन कैंसर का कारण बन सकते हैं और लंबे समय तक इनके संपर्क में रहने से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
4. पोषक तत्वों का नुकसान
गैस की सीधी लौ पर रोटी सेकने से उसमें मौजूद कुछ पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं, खासकर विटामिन B और अन्य विटामिन। पोषक तत्वों का नाश स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि इससे हमारे शरीर को मिलने वाले पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।
5. श्वसन संबंधी समस्याएं
गैस पर रोटी सेकने से उत्पन्न होने वाली धुएं और गैसें श्वसन तंत्र के लिए हानिकारक हो सकती हैं। ये धुएं और गैसें घर के वातावरण में मिल जाती हैं, जिससे अस्थमा, खांसी और फेफड़ों में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों में ये समस्याएं और गंभीर हो सकती हैं।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सुरक्षित विकल्प
रोटी को धीमी आंच पर तवे पर कपड़े से सेकना वैज्ञानिक रूप से सुरक्षित और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना गया है। इस प्रक्रिया से रोटी में पोषक तत्वों का नुकसान नहीं होता है और जलने की प्रक्रिया से होने वाले हानिकारक रसायन बनने से भी बचा जा सकता है। तवे का प्रयोग करने से रोटी की गुणवत्ता बेहतर होती है, साथ ही एलपीजी के विषैले प्रभावों से भी बचा जा सकता है।
