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June 19, 2025 3:08 am

गुरु पुष्य नक्षत्र में सोना, चांदी और वाहन खरीदना होता है शुभ…जाने क्यों?

गुरु पुष्य नक्षत्र भारतीय ज्योतिष में एक अत्यंत शुभ समय माना जाता है, खासकर जब यह अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ आता है। इस समय में की गई कोई भी महत्वपूर्ण क्रिया, जैसे सोना, चांदी या वाहन खरीदना, अत्यंत फलदायी और शुभ मानी जाती है। 2024 में, यह शुभ नक्षत्र 24 अक्टूबर को सुबह 6:15 बजे से शुरू होकर 25 अक्टूबर को सुबह 7:40 बजे तक रहेगा। इस समय में खरीदारी करने का विशेष महत्व है क्योंकि इसे धन, समृद्धि और शुभता लाने वाला माना जाता है।

गुरु पुष्य नक्षत्र की विशेषताएं

गुरु पुष्य नक्षत्र का विशेष महत्व इसलिए है क्योंकि इसमें गुरु (बृहस्पति) और पुष्य (नक्षत्र) दोनों की शक्तियां एक साथ मिलती हैं। बृहस्पति को ज्ञान, समृद्धि, और वैभव का प्रतीक माना जाता है, जबकि पुष्य नक्षत्र को वृद्धि, पोषण, और शुभता का प्रतीक माना जाता है। इन दोनों के संयोजन से यह नक्षत्र अत्यंत शुभ और फलदायी हो जाता है। इसे राजयोग के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें किए गए कार्य हमेशा सकारात्मक परिणाम देते हैं।

सोना, चांदी और वाहन खरीदने की परंपरा

भारतीय परंपरा में गुरु पुष्य नक्षत्र के दौरान सोना, चांदी और वाहन खरीदना शुभ माना जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि यह समय लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त करने के लिए आदर्श होता है। गुरु पुष्य नक्षत्र में की गई कोई भी खरीदारी आपके जीवन में धन, समृद्धि, और स्थायित्व लाती है। यह समय नए व्यापार या व्यवसाय की शुरुआत के लिए भी उत्तम माना जाता है।

1. सोना और चांदी खरीदना

सोने और चांदी को धन और संपत्ति का प्रतीक माना जाता है। इस नक्षत्र में इन धातुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है क्योंकि यह आर्थिक समृद्धि और स्थायित्व को आकर्षित करती है। सोना विशेष रूप से देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, और इस नक्षत्र में सोने की खरीदारी करने से घर में लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

2. वाहन खरीदना

वाहन को यात्रा और गतिशीलता का प्रतीक माना जाता है। गुरु पुष्य नक्षत्र में वाहन खरीदना न केवल सुरक्षित यात्रा का संकेत होता है बल्कि यह आपके जीवन में स्थायित्व और समृद्धि लाता है। इस समय वाहन खरीदने से वह दीर्घकालिक लाभ और शुभता लाता है।

अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग

अमृत योग और सर्वार्थ सिद्धि योग इन दोनों का समावेश गुरु पुष्य नक्षत्र के साथ इस दिन को और भी शुभ बनाता है।

  1. अमृत योग: यह योग अत्यंत शुभ और सकारात्मक ऊर्जा से भरा होता है। इसे अमरत्व और दीर्घायु प्राप्त करने का समय माना जाता है। इस समय किए गए कार्य जीवन में शुभता और स्थायित्व लाते हैं।
  2. सर्वार्थ सिद्धि योग: इसका अर्थ है कि इस योग में किए गए कार्य सभी प्रकार से सफल होते हैं। चाहे वह व्यापार हो, खरीदारी हो, या कोई नया कार्य शुरू करना, सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कार्य सफलता सुनिश्चित करता है।

इस नक्षत्र में खरीदारी का वैज्ञानिक और ज्योतिषीय आधार

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों और नक्षत्रों का प्रभाव हमारे जीवन पर गहरा होता है। पुष्य नक्षत्र को ग्रहों की स्थिति में सकारात्मकता का समय माना जाता है, जिसमें किए गए कार्य सफल होते हैं। यह समय खासकर बृहस्पति ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा से भरा होता है, जो ज्ञान, समृद्धि और संपत्ति का प्रतीक है। इसलिए इस नक्षत्र में सोना, चांदी, या वाहन जैसी महत्वपूर्ण वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है।

वहीं, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इस समय बाजार और मांग में वृद्धि होती है। सोना और चांदी जैसी धातुओं की खरीदारी एक स्थायी निवेश होता है जो भविष्य में आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर सकता है। यह समय सही वित्तीय योजना बनाने और समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाने का होता है।

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