Explore

Search

02/10/2025 6:48 pm

डायबिटिज में ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर कैसा हो?…जानिए डाइट प्लान

 

डाइट प्लान पूरे दिन का

 

भारत सहित दुनियाभर में डायबिटीज रोगियों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. अब तो युवा वर्ग भी इसके शिकार होते जा रहे हैं. डायबिटीज़ रोगियों की संख्या बढ़ने के पीछे कई कारण हैं। असंतुलित आहार, जिसमें उच्च शर्करा और वसा वाले खाद्य पदार्थ शामिल हैं, मोटापे को बढ़ावा देता है। कोई शारिरिक काम नहीं करना जैसे जीवनशैली डायबिटीज होने के प्रमुख कारण है. तनाव और नींद की कमी मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है। इसके अलावा, जीन और पारिवारिक इतिहास भी इस रोग का एक कारण है. शिक्षा और जागरूकता की कमी से लोग स्वस्थ जीवनशैली अपनाने में असफल होते हैं। इन सभी कारणों के चलते डायबिटीज़ के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।

यदि किसी को डायबिटीज है तो उसे शारिरिक काम करना चाहिए. मॉर्निंग वॉक, योग, व्यायाम रोज करना चाहिए. इसके साथ ही साथ सुबह का नाश्ता, दोपहर का लंच और रात के डिनर में क्या खाए ताकि डायबिटिज को आप कंट्रोल में रख सके. तो चलिए जानते हैं कब क्या-क्या खाना चाहिए?

सुबह का नाश्ता क्या हो?
डायबिटीज रोगियों को नाश्ता में फलों का सेवन करना चाहिए. डायबिटीज रोगी यदि पपीता, केला, नाशपाती, मोसंबी, संतरा आदि फलों का सेवन करते है तो काफी लाभ मिलता है. डायबिटीज के मरीज सुबह खाली पेट फलों का सेवन कर सकते हैं इसका काफी अच्छा रिजल्ट देखने को मिलता है. फलों को सेवन से ग्लासेमिक इंडेक्स नहीं बढ़ता है. नाश्ते में फल खाने से भी काफी फर्क पड़ता है. फलों में फाइबर होता है इससे वेट लॉस करने में भी मिलती है. अगर ब्लड शुगर ज्यादा बढ़ा हुआ हो आम, अंगूर, केला इस प्रकार के फल खाने से परहेज करना चाहिए. आयुर्वेद के जानकार कहते हैं कि जब अग्नि मंद हो जाती है और मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और इससे शरीर में टॉक्सिक जमा हो जाते हैं और यह कई तरह की बीमारियों का कारण बनते हैं. ऐसे में फल खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और फल आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है इससे टॉक्सिक भी नहीं बनते हैं. आपको बता दें कि डायबिटीज रोगियों को ज्यादा ठंडी चीजों के सेवन से बचना चाहिए. लेकिन चीनी का सेवन करने से तो पूरी तरह बचना चाहिए. चीनी में सुक्रोज होता है जो ब्लड शुगर लेवल को ज्यादा बढ़ा देता

सुबह 10 से 12 बजे क्या खाए?
डायबिटीज के रोगी को मीड मॉर्निंग में स्प्राउट का सेवन भी करना चाहिए. मूंग दाल स्प्राउट, चने के स्प्राउट, सोयाबीन, क्विनोवा और बीन्स स्प्राउट खा सकते हैं. अक्सर लोग 10 से 12 बजे के बीच चाय का सेवन करते हैं लेकिन इसे बचाना चाहिए. यदि इस समय पर थोड़ा सा स्प्राउट खा लेते हैं तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा.

लंच में क्या खाए?
यदि कोई भी व्यक्ति डायबिटीज के रोगी हैं तो लंच में दाल-रोटी का सेवन कर सकते हैं. दरअसल डायबिटीज रोगियों के लिए प्रोटीन इनटेक बहुत जरूरी होता है. दाल में प्रोटीन अधिक की मात्रा में पाई जाती है. ऐसे में अगर आप लंच में दाल रोटी का सेवन करेंगे तो इससे आपको बहुत ज्यादा फायदा मिल सकता है. रोटी अगर ज्वार या बाजरे का हो तो काफी अच्छा.

शाम के स्नैक्स में क्या खाए?
अक्सर लोग शाम के स्नेक्स में समोसा, पकौड़ी, पिज़्ज़ा जैसे फास्ट फूड का सेवन करते हैं. लेकिन इनमें कार्ब्स अधिक मात्रा में पाया जाता है जो ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा देता है. साथ ही साथ इससे शरीर में टॉक्सिक जमा होने लगता है जो काफी दिक्कत पैदा करता है. इसलिए डायबिटीज रोगी को स्नेक्स में मखाना, ड्राई फ्रूट्स, सीड्स मक्का, आदि का सेवन करना चाहिए.

डिनर में क्या लेना चाहिए?
अक्सर लोगों का सवाल होता है कि डिनर में क्या खाया जाए. डायबिटीज रोगी को डिनर में ज्यादा हैवी भोजन से परहेज करना चाहिए. डायबिटीज रोगी को डिनर में बाजरे की रोटी और हरी पत्ते की सब्जी का सेवन करना चाहिए. डायबिटीज रोगियों के लिए पालक, बथुआ, सरसों का साग, अधिक काफी फायदेमंद होता है. साथ ही साथ अगर संभव हो तो डिनर जितना पहले हो जाए उताना अच्छा. कई लोग रात 10 बजे के बाद डिनर लेते हैं इससे बचना चाहिए.

नोट-यदि आप इस प्रकार के डाइट का ख्याल रखते हैं और फास्ट फूड एवं जंक फूड से पूरी तरह से परहेज करते हैं तो निश्चित ही आपका ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ेगा. लेकिन जरूरत पड़ने पर आप अपने परिवार के डॉक्टर या कोई अन्य डॉक्टर से सलाह जरूर ले सकते हैं. साथ ही साथ डायट के साथ मॉर्निंग वॉक, योग, या कोई अन्य व्यायाम जरूर 30 से 45 मिनट करें ताकि आप स्वस्थ रह सके.

Leave a Comment