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02/10/2025 10:33 pm

यदि आप हाई ब्लड प्रेशर के मरीज है तो इसे आजमाएं

फल और साग-सब्जियों के मामले में हमारा देश काफी धनी है। यहां मांसाहार की तुलना में शाकाहारी भोजन को काफी पसंद किया जाता है..लेकिन जानकारी के अभाव में लोग हमसब गुणकारी सब्जियों का लाभ नहीं उठा पाते। अगर आप भी खाने-पीने के शौकीन हैं और अपने आहार में गुणकारी सब्जियों को शामिल कीजिए ताकि आप रोगमुक्त और स्वस्थ्य रह सकें.

सहजन क्या है?
हमसब सहजन से परिचित है. सहजन, जिसे अंग्रेजी में ड्रमस्टिक (Drumstick) या मोरिंगा (Moringa) कहते हैं, एक पौधा है जो अपने पौष्टिक गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इसे हिंदी में “सहजन” और अन्य स्थानीय नामों से जाना जाता है। सहजन की पत्तियाँ, बीन्स, और बीज सभी उपयोगी होते हैं। सहजन की पत्तियाँ विटामिन्स (जैसे विटामिन A, C, और E), मिनरल्स (जैसे कैल्शियम, आयरन, और पोटेशियम), और प्रोटीन से भरपूर होती हैं। यह पौधा एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए भी जाना जाता है। सहजन का उपयोग कई प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है, जैसे कि सूप, सब्जियाँ, और सलाद। इसके अलावा, इसकी पत्तियों का पाउडर भी स्वास्थ्यवर्धक सप्लीमेंट के रूप में उपयोग किया जाता है। सहजन की सब्जी आजकल हर घर में बनाया जाता है। आप जानकर हैरान होंगे की हमारा देश मोरिंगा का सबसे बड़ा उत्पादक है। सहजन का पेड़ बहुत ही तेजी से बढ़ता है और इसकी फलियों के साथ इसके पत्ते और फूल का भी इस्तेमाल हमारे देश में खाने के लिए किया जाता है। सहजन के ये तीनों हिस्सा बहुत गुणकारी हैं। खाने में तो इसका स्वाद सभी को अच्छा लगता है. सहजन में प्रोटीन, अमीनो एसिड, बीटा कैरटीन और विभिन्न फीनॉलिक होते हैं.

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण-
सहजन (Moringa) में कुछ विशेष गुण होते हैं जो उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक, और कुछ मिनरल्स (जैसे पोटेशियम) होते हैं, जो रक्तचाप को स्थिर रखने में मदद कर सकते हैं। हाई ब्लड प्रेशर(blood pressure) रोगी को सिर में दर्द, सिर में भारीपन, चक्कर आना, थकावट महसूस करना, मानसिक और शारीरिक श्रम से अनिच्छा. नींद न आना, सिर की नसों का फड़कना, घबराहट, जी मिचलाना, गैस की तकलीफ, मानसिक तनाव से एकाग्रता का अभाव, सीने में दर्द, आदि की शिकायत रहती है। लेकिन आप इससे आप घबराए नहीं. चुंकी सहजन में पोटेशियम होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है क्योंकि पोटेशियम शरीर में सोडियम के प्रभाव को कम करता है। यदि आपको हाई ब्ल्ड प्रेशर के मरीज है तो आप तुरंत ये काम करें–

सहजन की पत्ती को कैसे उपयोग करे-
सहजन की पत्ती में हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के गुण हैं…हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को सहजन की पत्तियों को एक ग्लास पानी में उबाल ले…जब पानी उबल कर आधा हो जाए तो इसे ठंडा कर लें और छानकर पी लें.. लेकिन ये पानी रोज नहीं पीना है..दो दिन तक लगातार पीकर फिर इसे छोड़ दिए..जब अपना ब्लड प्रेशर सामान्य या कम हो जाए तो इसे सप्ताह में एक दिन लेना है. प्रेशर कम हो जाए तो आप दो-दो दिन को अंतराल पर पी सकते है। लेकिन ध्यान रहे आपको अपना प्रेशर रोज मापना है..ताकि आपको पता चल सके कि कितना कम हुआ है? यदि कम हो जाए तो इसे स्प्ताह में एक दिन ही लेना है।

सहजन फली के कई लाभ–

-सहजन की फली में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम होता है

-बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद है इससे हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं

-गर्भवती महिलाओं को फली खाने से बच्चों में कैल्शियम की मात्रा भरपूर मिलती है

-यह मोटापा कम करने और शरीर की बढ़ी चर्बी को दूर करता है

-फॉस्फोरस की मात्रा अधिक होने से यह शरीर की अतिरिक्त कैलोरी को कम करता है

-सहजन के सेवन से खून साफ होता है

-सहजन की फली का सेवन करने से गर्भवतियों को डिलिवरी के समय अधिक दर्द नहीं होता

-कैंसर के लिए सहजन काफी लाभदायक है

-मधुमेह के विमारी में भी सहजन लाभदायक है

-हृदय को स्वस्थ रखने में सहजना लाभकारी है

-सहजन लिवर के लिए काफी फायदेमंद है

-इम्युनिटी बढ़ाने के लिए भी सहजन का उपयोग किया जाता है

-त्वचा के लिए भी सहजन काफी गुणकारी है

नोट-उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए एक संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और चिकित्सा सलाह की भी आवश्यकता होती है। यदि आप सहजन को अपने आहार में शामिल करने पर विचार कर रहे हैं, तो यह अच्छी बात है लेकिन एक बार अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें. क्योंकि हर रोगी की स्थिति अलग अलग होती है.

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