रांची- राज्य के धार्मिक और सांस्कृतिक परिदृश्य में एक नया अध्याय जुड़ गया।राजधानी रांची में झारखंड राज्य का सबसे बड़ा राधा कृष्ण का मंदिर का उद्घाटन श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट के संस्थापक एवं संरक्षक संत शिरोमणि श्री श्री 1008 स्वामी श्री सदानंद जी महाराज के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर अमेरिका से आए टहल किशोर महाराज, चंडीगढ़ से श्यामानंद महाराज, जगत राज महाराज, मोहन प्रियाचार्य जी महाराज, कृष्ण मणि महाराज, साध्वी मीणा महाराज, साध्वी पूर्णा महाराज, के साथ-साथ गुजरात, दिल्ली, पंजाब, बिहार, महाराष्ट्र से आए संत महात्माओं के साथ प्रणामी समाज के 20 संत- महात्मा उपस्थित थे।
भक्ति से ही व्यक्ति का आध्यात्मिक उन्नति संभव
इस ऐतिहासिक अवसर पर स्वामी सदानंद महाराज जी ने श्रद्धालुओं को भक्ति, संस्कार, और समाजसेवा के महत्व को बताते हुए कहा राधा कृष्ण की उपासना से जीवन में शांति सुख और समृद्धि आती है केवल भक्ति से ही व्यक्ति का आध्यात्मिक उन्नति संभव है लेकिन उसके साथ-साथ समाज की सेवा भी महत्वपूर्ण है उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण जीवन में धैर्य कर्तव्य और सत्य के मार्ग को अपने की प्रेरणा दी। इस मंदिर का निर्माण केवल धार्मिक अनुष्ठान के लिए नहीं बल्कि समाज में भाईचारे और प्रेम को बढ़ावा देने के लिए किया गया है उन्होंने विश्वास जताया कि यह मंदिर लोगों को एक साथ लाकर उन्हें अपने धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन को सुदृढ़ करने का अवसर प्रदान करेगा।
जामनगर से आए कृष्ण मणि महाराज ने इस अद्भुत एवं अलौकिक मंदिर के लोकार्पण पर सभी भक्तों को बधाई देते हुए कहा कि सनातन धर्म के लिए गौरव की बात है। तथा यह मंदिर आध्यात्मिक एवं भक्ति भाव विश्वास से आगे बढ़ते हुए पूरे देश के लिए आस्था का केंद्र बनेगा।
सभी संत महात्माओं एवं अतिथियों का अभिनंदन
ट्रस्ट के अध्यक्ष डूंगरमल अग्रवाल ने देश विदेश से पधारे सभी संत महात्माओं एवं अतिथियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि इस मंदिर का उद्घाटन राज्य के धार्मिक जीवन में एक नए युग की शुरुआत है यह न केवल भक्तों के लिए एक तीर्थ स्थल के रूप में कार्य करेगा बल्कि एक सांस्कृतिक केंद्र एवं सामाजिक कार्यों के रूप में भी उभर कर आएगा मंदिर के निर्माण में वास्तु कला के अद्वितीय तत्वों का समावेश किया गया है।
आकर्षक एवं मनमोहन झांकियां
श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम मंदिर में श्री कृष्ण की जन्म से लेकर महाभारत काल तक की आकर्षक एवं मनमोहन झांकियां मंदिर के मुख्य द्वार के ऊपर गोवर्धन पर्वत उठाएं भगवान श्री कृष्ण की वृहद प्रतिमा तो दूसरे द्वार में भगवान श्री कृष्ण की गोपियां के संग रासलीला करते भगवान सुदर्शन की प्रतिमाएं भी मुख्य आकर्षण का केंद्र है। मंदिर में ग्रंथ भगवान के वस्त्र, मुकुट, मुरली,आदि की पूजा की जाएगी।
चार दिवसीय श्रीमद् भागवत सार
मंदिर के शुभारंभ एवं श्री राज श्यामा जी की पूजा प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर मंदिर में चार दिवसीय श्रीमद् भागवत सार कृष्ण अमृत कथा परमहंस संत शिरोमणि श्री सदानंद जी महाराज श्रीमद् भागवत सार कृष्ण अमृत कथा तथा परम पूजनीय श्री मोहन प्रियाचार्य जी महाराज के मुखारविंद से तारतम वाणी तथा अन्य महात्माओं के द्वारा दिव्य प्रवचन आज से 8 जनवरी तक श्रीमद् भागवत कथा, वाणी चर्चा बीतक कथा दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक रोजाना होगा।
