शरीर में प्लेटलेट्स (प्लैट) की संख्या कम होना एक स्वास्थ्य समस्या हो सकती है जिसे थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहा जाता है। प्लेटलेट्स रक्त के छोटे-छोटे घटक होते हैं जो खून का थक्का बनाने में मदद करते हैं। ये रक्तस्राव को रोकने के लिए आवश्यक होते हैं। जब शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या सामान्य से कम हो जाती है, तो शरीर को चोट लगने पर अधिक रक्तस्राव हो सकता है, और कभी-कभी यह समस्या गंभीर हो सकती है। प्लेटलेट्स खासकर डेंगू जैसी बीमारी में कम हो जाती है जो जानलेवा है.
प्लेटलेट्स की कमी के कारण:
- वायरल संक्रमण: जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, HIV, हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों के कारण शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो सकती है।
- आॅटोइम्यून डिजीज: इम्यून सिस्टम गलती से प्लेटलेट्स को नष्ट करना शुरू कर सकता है। उदाहरण के लिए, इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (ITP)।
- दवाओं का प्रभाव: कुछ दवाएं, जैसे एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक, और कीमोथेरेपी दवाएं, प्लेटलेट्स की संख्या को प्रभावित कर सकती हैं।
- अस्थि मज्जा की समस्याएं: प्लेटलेट्स का निर्माण हड्डी की अस्थि मज्जा में होता है। यदि अस्थि मज्जा ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो प्लेटलेट्स की संख्या कम हो सकती है।
- अत्यधिक शराब का सेवन: शराब अस्थि मज्जा पर नकारात्मक प्रभाव डालती है, जिससे प्लेटलेट्स का उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय:
प्लेटलेट्स की संख्या को सामान्य करने के लिए कुछ पोषक तत्वों और फलों का सेवन लाभदायक हो सकता है। इसमें कुछ फल विशेष रूप से प्लेटलेट्स को बढ़ाने में सहायक माने जाते हैं:
- अनार: यह फल एंटीऑक्सीडेंट्स और आयरन से भरपूर होता है, जो प्लेटलेट्स के निर्माण में मदद कर सकता है। अनार का रस प्लेटलेट्स को जल्दी से बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
- पपीता: पपीता और इसके पत्ते थ्रोम्बोसाइटोपेनिया में बहुत उपयोगी माने जाते हैं। कई अध्ययनों में पाया गया है कि पपीते के पत्तों का रस प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से बढ़ा सकता है। पपीता विटामिन C से भी भरपूर होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
- कीवी: कीवी में विटामिन C और K की मात्रा अधिक होती है, जो प्लेटलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। कीवी इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।
- संतरा: विटामिन C से भरपूर संतरा इम्यून सिस्टम को सक्रिय करता है और हड्डी के अस्थि मज्जा को प्लेटलेट्स का निर्माण करने के लिए प्रेरित करता है।
- बेरीज़: स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, और रास्पबेरी जैसे फलों में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C होते हैं, जो प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं।
अन्य उपाय:
- हाइड्रेशन: शरीर को अच्छी तरह से हाइड्रेट रखना प्लेटलेट्स की संख्या को बनाए रखने में मदद करता है। पर्याप्त पानी पीने से रक्त संचार सुचारू रहता है।
- आयरन युक्त खाद्य पदार्थ: पालक, ब्रोकोली, और चुकंदर जैसे आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ प्लेटलेट्स के निर्माण में सहायक होते हैं।
- फोलेट (विटामिन B9): फोलेट की कमी से भी प्लेटलेट्स की संख्या कम हो सकती है। हरी पत्तेदार सब्जियाँ, मटर, और अंडे फोलेट के अच्छे स्रोत हैं।
नोट-प्लेटलेट्स की कमी को सही आहार और पोषण से प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सकता है। उचित फलों और विटामिन्स का सेवन, जैसे पपीता, अनार, और कीवी, प्लेटलेट्स को बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं। हालांकि, गंभीर थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के मामलों में डॉक्टर की सलाह और चिकित्सा उपचार आवश्यक होता है।
