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June 18, 2025 10:24 pm

संंपूर्ण शरीर का कायाकल्प करता है ये आसन…

पर्वतासन एक योगासन है, जिसमें शरीर पर्वत (पहाड़) के समान दिखता है। यह सूर्य नमस्कार और अष्टांग योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे अंग्रेज़ी में Mountain Pose भी कहा जाता है, लेकिन कई बार इसे अधोमुख श्वानासन (Downward Dog Pose) के समान माना जाता है।

कैसे करें पर्वतासन? (Step-by-Step विधि)

1. प्रारंभिक स्थिति

  • सबसे पहले वज्रासन (घुटनों के बल बैठें) में बैठें।
  • अपनी रीढ़ को सीधा रखें और गहरी सांस लें।

2. हथेलियों को जमीन पर रखें

  • अपने हाथों को सामने रखें और धीरे-धीरे अपने शरीर का भार हथेलियों और पैरों पर लें।
  • दोनों हथेलियों को कंधों के बराबर दूरी पर रखें।
  • उंगलियों को फैलाकर जमीन को पकड़ें।

3. कूल्हों को ऊपर उठाएँ

  • गहरी सांस लें और अपने नितंबों (hips) को ऊपर उठाएँ, जिससे शरीर एक उल्टे “V” आकार में आ जाए।
  • सिर को नीचे की ओर रखें और पीठ को सीधा करें।

4. एड़ियों को जमीन की ओर दबाएँ

  • अपने पैरों को सीधा करने की कोशिश करें और एड़ियों को ज़मीन की ओर दबाएँ।
  • ध्यान दें कि पूरा शरीर संतुलित रहे और अधिक खिंचाव न हो।

5. स्थिति को बनाए रखें

  • इस स्थिति में 10-20 सेकंड तक रहें और धीरे-धीरे सांस लें।
  • धीरे-धीरे घुटनों को मोड़कर वापिस वज्रासन में आ जाएँ।

पर्वतासन करने के लाभ

1. रीढ़ की हड्डी और पीठ के लिए लाभकारी

  • यह रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और पीठ दर्द को कम करता है।
  • गलत पॉश्चर के कारण होने वाली समस्याओं को दूर करता है।

2. पेट और पाचन तंत्र को मजबूत करता है

  • पेट की चर्बी कम करने में मदद करता है।
  • पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज़ (Constipation) जैसी समस्याओं से राहत देता है।

3. कंधे और हाथों की शक्ति बढ़ाता है

  • यह हाथों, कलाई और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत करता है
  • जिन लोगों को कंधे या पीठ में अकड़न रहती है, उनके लिए यह बहुत उपयोगी है।

4. रक्त संचार को बेहतर बनाता है

  • शरीर को ऊर्जा और स्फूर्ति प्रदान करता है।
  • हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करता है और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है।

5. मन को शांत करता है और तनाव कम करता है

  • तनाव, चिंता और डिप्रेशन से राहत दिलाने में मदद करता है।
  • मस्तिष्क को शांति और एकाग्रता प्रदान करता है।

किन लोगों को यह आसन नहीं करना चाहिए?

गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए।
✔ जिन लोगों को अत्यधिक उच्च रक्तचाप (High BP) की समस्या है, वे इसे करने से बचें।
कमर दर्द या स्लिप डिस्क के मरीज बिना विशेषज्ञ की सलाह के इसे न करें।
✔ यदि आपको हाथों या कलाई में चोट हो तो यह आसन न करें।
✔ गंभीर घुटनों की समस्या या अस्थमा के मरीज इसे करने से बचें।

सावधानियाँ

⚡ व्यायाम करने से पहले गर्म-अप (Warm-up) करें।
⚡ शरीर को अत्यधिक खींचने की कोशिश न करें।
⚡ इसे खाली पेट या भोजन के 3-4 घंटे बाद करें।
⚡ किसी भी असुविधा या दर्द होने पर तुरंत रुक जाएँ।

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