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03/10/2025 1:57 am

अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल पर रखें नजर…ठीक रहेगी दिल की सेहत

कोलेस्ट्रॉल को हार्ट का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है. पिछले कुछ सालों से हार्ट के मामले में तेजी से इजाफा हुआ है. हमरे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल के बढ़ने की वजह से सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर समय रहते हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल पर काबू नहीं पाया गया, तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ सकता है। लेकिन कुछ लोग जाने-अनजाने में अपनी डाइट में ऐसी खाने की चीजों को शामिल कर लेते हैं, जो हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाने का काम कर सकती हैं।

कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से क्या समस्या होती है-

धमनियों में प्लाक का निर्माण:
उच्च कोलेस्ट्रॉल की वजह से रक्त की धमनियों में प्लाक (एक तरह की चिपचिपी सामग्री) का निर्माण हो सकता है। यह प्लाक धमनियों को संकीर्ण और कठोर कर देता है, जिसे एथेरोस्क्लेरोसिस कहा जाता है।

हृदय रोग का खतरा-
अगर धमनियों में प्लाक का निर्माण होता है, तो इससे रक्त का प्रवाह प्रभावित हो सकता है, जिससे हृदय की मांसपेशियों को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिलते। इससे हृदय रोग, दिल का दौरा (मायोकार्डियल इंफार्क्शन) और अन्य हृदय संबंधित समस्याएँ हो सकती हैं।

स्ट्रोक का बढता है खतरा-
अगर प्लाक का निर्माण मस्तिष्क की धमनियों में होता है, तो इससे मस्तिष्क को पर्याप्त रक्त नहीं मिल पाता, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) का बढ़ना-
उच्च कोलेस्ट्रॉल की वजह से धमनियाँ संकीर्ण और कठोर हो जाती हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ सकता है।

पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD)-
इसमें शरीर के बाहरी अंगों की धमनियों में प्लाक का निर्माण होता है, जिससे हाथों और पैरों में दर्द या कमजोरी हो सकती है।

कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के कुछ उपाय-

स्वस्थ आहार:
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ: जई, सेब, नाशपाती, बीन्स, और साबुत अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं।
स्वस्थ वसा: ओमेगा-3 फैटी एसिड्स (जैसे मछली, फ्लैक्ससीड, और चिया सीड्स) और मोनोअनसैचुरेटेड वसा (जैसे एवोकाडो, जैतून का तेल) का सेवन बढ़ाएँ।
संतृप्त वसा और ट्रांस वसा से बचें: रेड मीट, पूर्ण वसायुक्त डेयरी उत्पाद, और पैक किए हुए खाद्य पदार्थों में अक्सर ये वसा होते हैं।
फ्रूट और वेजिटेबल्स: अधिक मात्रा में ताजे फल और सब्जियाँ खाएँ।

नियमित व्यायाम:
सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम-intensity एरोबिक गतिविधि (जैसे तेज़ चलना) या 75 मिनट उच्च-intensity एरोबिक गतिविधि (जैसे दौड़ना) करें।
व्यायाम करने से “अच्छा” HDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और “बुरा” LDL कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स कम होते हैं।

वजन कम करें:
यदि आप अधिक वजन वाले हैं, तो वजन घटाने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार हो सकता है।

धूम्रपान छोड़ें:
धूम्रपान छोड़ने से HDL (अच्छा) कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है और हृदय स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।

अल्कोहल का सेवन सीमित करें:
शराब का अत्यधिक सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रभावित कर सकता है। अगर आप शराब पीते हैं, तो इसे सीमित मात्रा में ही पीएं (महिलाओं के लिए दिन में एक ड्रिंक और पुरुषों के लिए दो ड्रिंक तक)।

 

कोलेस्ट्रॉल की दवाएँ:
यदि आहार और जीवनशैली में बदलाव से पर्याप्त लाभ नहीं होता, तो डॉक्टर दवाएँ जैसे स्टेटिन्स, फाइबर, या अन्य कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाओं की सलाह दे सकते हैं।
नियमित स्वास्थ्य जाँच:

कोलेस्ट्रॉल के स्तर की नियमित जाँच कराते रहें और डॉक्टर के साथ अपने स्वास्थ्य को मॉनिटर करते रहें। इन उपायों को अपनाने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है, लेकिन व्यक्तिगत स्थिति के अनुसार सबसे अच्छा इलाज प्राप्त करने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

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