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June 22, 2025 11:43 am

नंगे पांव टहलने के बेहतरीन फायदे, जानिए कैसे …

मिट्टी पर नंगे पैर चलना, जिसे “अर्थिंग” या “ग्राउंडिंग” भी कहा जाता है, एक प्राचीन प्रथा है जिसका वैज्ञानिक और स्वास्थ्य लाभ आज की आधुनिक चिकित्सा भी मान्यता देती है। प्राकृतिक रूप से मिट्टी पर चलना न केवल शरीर के लिए बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यधिक फायदेमंद होता है। यह एक सरल लेकिन प्रभावशाली तरीका है, जो हमें प्रकृति से जोड़ता है और कई वैज्ञानिक लाभ प्रदान करता है। आइए जानते हैं मिट्टी पर चलने के कुछ प्रमुख फायदे:

1. तनाव और चिंता में कमी

मिट्टी पर चलने से मानसिक शांति मिलती है और तनाव एवं चिंता को कम करने में मदद मिलती है। जब हम नंगे पैर मिट्टी पर चलते हैं, तो धरती के साथ हमारे शरीर का सीधा संपर्क होता है। इससे इलेक्ट्रॉन्स का आदान-प्रदान होता है, जो शरीर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को संतुलित करता है। यह प्रक्रिया तनाव के हार्मोन, जैसे कॉर्टिसोल, के स्तर को कम करती है और मस्तिष्क में एंडोर्फिन (खुशी का हार्मोन) का उत्पादन बढ़ाती है, जिससे तनाव और चिंता में राहत मिलती है।

2. पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करना

मिट्टी पर नंगे पैर चलने से पैर की मांसपेशियों और लिगामेंट्स को मजबूती मिलती है। जब हम जूते पहनकर चलते हैं, तो पैर के कई छोटे-छोटे मांसपेशियों का उपयोग नहीं हो पाता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता कम हो जाती है। लेकिन मिट्टी पर चलने से पैर की सभी मांसपेशियों का व्यायाम होता है, जिससे पैर और टखने मजबूत बनते हैं। यह पैरों की लचीलापन और संतुलन को भी बढ़ाता है।

3. रक्त परिसंचरण में सुधार

मिट्टी पर चलने से शरीर में रक्त परिसंचरण बेहतर होता है। नंगे पैर चलने पर पैर की मांसपेशियों में खिंचाव और संकुचन होता है, जिससे रक्त प्रवाह सुचारू होता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है और हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा, यह प्रक्रिया शरीर के अन्य अंगों तक भी पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाने में मदद करती है।

4. मूड और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार

मिट्टी के संपर्क में आना मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है। शोध से पता चला है कि नंगे पैर मिट्टी पर चलने से शरीर में सेरोटोनिन और डोपामिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर का स्तर बढ़ता है, जो मूड को सुधारने और मानसिक शांति प्राप्त करने में मदद करता है। यह खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो अवसाद या अन्य मानसिक समस्याओं से ग्रस्त हैं।

5. इम्यून प्रणाली को मजबूत करना

मिट्टी पर चलने से इम्यून सिस्टम को भी मजबूती मिलती है। धरती के साथ सीधा संपर्क शरीर में मुक्त कणों (फ्री रैडिकल्स) को कम करता है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण होते हैं। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। कई अध्ययन यह भी बताते हैं कि मिट्टी में मौजूद माइक्रोब्स के संपर्क में आने से शरीर की इम्यूनिटी बेहतर होती है।

6. अच्छी नींद आना

मिट्टी पर चलने का एक और महत्वपूर्ण लाभ यह है कि इससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। शरीर के बायोइलेक्ट्रिकल सर्किट्स जब धरती के प्राकृतिक इलेक्ट्रॉन्स के संपर्क में आते हैं, तो यह प्रक्रिया नींद के पैटर्न को नियमित करने में मदद करती है। इससे अनिद्रा (इंसोम्निया) की समस्या कम होती है और गहरी, आरामदायक नींद मिलती है।

7. सूजन और दर्द में राहत

नंगे पैर चलने से शरीर में सूजन और दर्द में भी राहत मिलती है। मिट्टी के संपर्क से शरीर में सूजन-रोधी (Anti-inflammatory) प्रभाव उत्पन्न होता है, जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द में राहत प्रदान करता है। यह खासकर उन लोगों के लिए लाभकारी है, जो गठिया, जोड़ों के दर्द, या मांसपेशियों की सूजन से पीड़ित हैं।

8. विटामिन D के अवशोषण में सुधार

मिट्टी पर चलना अक्सर धूप में किया जाता है, जो विटामिन D के अवशोषण के लिए महत्वपूर्ण है। जब हम धूप में नंगे पैर चलते हैं, तो हमारे शरीर को सूर्य की किरणों से विटामिन D प्राप्त होता है, जिससे हड्डियों की मजबूती बढ़ती है और इम्यून सिस्टम में सुधार होता है।

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