सफेद नमक (टेबल सॉल्ट) का उपयोग हम काफी सालों से भोजन में स्वाद बढ़ाने के लिए करते आ रहे हैं। हालांकि, आधुनिक शोध और अध्ययन यह बताते हैं कि अत्यधिक सफेद नमक का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। सफेद नमक के लंबे समय तक अत्यधिक उपयोग से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, किडनी की समस्याएं और सूजन। यही कारण है कि अब स्वास्थ्य विशेषज्ञ सेंधा नमक (रॉक सॉल्ट) को एक बेहतर विकल्प मानते हैं।
सफेद नमक के साइड इफेक्ट्स:
- रक्तचाप में वृद्धि: सफेद नमक में सोडियम की उच्च मात्रा होती है, जो हमारे रक्तचाप को बढ़ा सकती है। उच्च रक्तचाप हृदय रोगों और स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
- किडनी पर प्रभाव: सफेद नमक का अत्यधिक सेवन किडनी के कामकाज को प्रभावित कर सकता है। किडनी को अतिरिक्त सोडियम को फिल्टर करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे किडनी में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- सूजन और जल प्रतिधारण: ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी की अधिक मात्रा इकट्ठी होती है, जिससे सूजन और जल प्रतिधारण की समस्या हो सकती है।
- हड्डियों पर प्रभाव: अत्यधिक सोडियम हड्डियों से कैल्शियम को कम कर सकता है, जिससे हड्डियों की मजबूती कम होती है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ता है।
सेंधा नमक का लाभ:
सेंधा नमक, जिसे रॉक सॉल्ट या हिमालयन पिंक सॉल्ट भी कहा जाता है, एक प्राकृतिक और असंसाधित नमक है। इसे स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद माना जाता है।
- मिनरल्स से भरपूर: सेंधा नमक में लगभग 84 प्रकार के खनिज होते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। यह न केवल स्वाद बढ़ाता है, बल्कि शरीर की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को भी पूरा करता है।
- पाचन में सहायक: सेंधा नमक को आयुर्वेद में पाचन तंत्र को सुधारने के लिए उपयोगी माना गया है। यह गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है।
- रक्तचाप को संतुलित करने में मददगार: सेंधा नमक, सफेद नमक की तुलना में, रक्तचाप को संतुलित करने में मदद कर सकता है, क्योंकि इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है और यह प्राकृतिक रूप से संतुलित होता है।
- त्वचा के लिए लाभकारी: सेंधा नमक को स्नान के पानी में मिलाने से त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है। यह त्वचा को साफ करता है और त्वचा से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है।
- प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर: सेंधा नमक शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह शरीर की इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को सुधारता है और ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है।
- मांसपेशियों के दर्द को कम करने में सहायक: सेंधा नमक से बने गर्म पानी में पैर या शरीर का स्नान करने से मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन में आराम मिलता है।
सफेद नमक की जगह सेंधा नमक क्यों चुनें?
- कम सोडियम: सेंधा नमक में सफेद नमक की तुलना में सोडियम की मात्रा कम होती है, जो इसे अधिक स्वास्थ्यकर विकल्प बनाती है।
- प्राकृतिक खनिजों से समृद्ध: सफेद नमक को रिफाइन करके उसमें से अधिकांश प्राकृतिक खनिज निकाल दिए जाते हैं, जबकि सेंधा नमक में ये खनिज बने रहते हैं।
- कोई रसायन नहीं: सफेद नमक में अक्सर एंटी-काकिंग एजेंट्स और अन्य रसायन मिलाए जाते हैं, जबकि सेंधा नमक पूरी तरह से प्राकृतिक होता है और उसमें कोई अतिरिक्त रसायन नहीं होते।
