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June 19, 2025 4:48 am

विजया एकादशी- इसे करने से धन-वैभव के साथ-साथ परिवार में खुशहाली आती है

विजया एकादशी फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। हिन्दू धर्म में इस एकादशी का विशेष महत्व है क्योंकि यह सभी प्रकार के पापों का नाश करने वाली और विजय प्रदान करने वाली मानी जाती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान श्रीराम ने लंका पर विजय प्राप्त करने के लिए इस व्रत का पालन किया था। इसलिए, यह एकादशी सफलता, समृद्धि और मनोवांछित फल देने वाली मानी जाती है।

विजया एकादशी व्रत और पूजा विधि

इस दिन भक्त भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और पूरे विधि-विधान से व्रत रखते हैं। आइए जानते हैं कि इस दिन पूजा कैसे की जाती है:

1. व्रत की पूर्व तैयारी (एक दिन पहले – दशमी तिथि)
  • एकादशी व्रत रखने वाले व्यक्ति को दशमी तिथि (एक दिन पहले) से सात्त्विक भोजन करना चाहिए।
  • तामसिक भोजन जैसे प्याज, लहसुन, मांस-मदिरा आदि से दूर रहना चाहिए।
  • मन को शांत और सात्त्विक रखना चाहिए।
2. व्रत और पूजा विधि (एकादशी के दिन)
  • प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • घर के मंदिर को साफ करें और भगवान विष्णु की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं।
  • पीले पुष्प, तुलसी दल और चंदन अर्पित करें।
  • भगवान विष्णु को फल, पंचामृत और नैवेद्य अर्पित करें।
  • धूप, दीप और अगरबत्ती जलाकर विष्णु सहस्रनाम या विष्णु चालीसा का पाठ करें।
  • “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
  • संध्या के समय भगवान विष्णु की आरती करें और रात्रि में जागरण करें।
  • द्वादशी के दिन (अगले दिन) ब्राह्मणों को भोजन कराकर व्रत का पारण करें।

विजया एकादशी व्रत के लाभ

  1. सफलता और विजय प्राप्त होती है – इस व्रत को करने से जीवन में सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और व्यक्ति को विजय प्राप्त होती है।
  2. पापों का नाश होता है – शास्त्रों के अनुसार, इस व्रत को करने से जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं।
  3. मोक्ष प्राप्ति होती है – यह व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है, जिससे व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  4. मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है – इस दिन ध्यान और भजन-कीर्तन करने से मन को शांति मिलती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  5. परिवार में सुख-शांति बनी रहती है – इस व्रत को करने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है और क्लेश दूर होते हैं।
  6. शत्रुओं पर विजय मिलती है – यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में शत्रुओं या कठिनाइयों का सामना कर रहा है, तो यह व्रत उसके लिए बहुत लाभदायक होता है।

निष्कर्ष

विजया एकादशी व्रत हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र और फलदायी माना जाता है। यह व्यक्ति को न केवल सांसारिक सुख-संपत्ति और विजय प्रदान करता है, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति भी देता है। इस दिन श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए और व्रत का पालन करना चाहिए।

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