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June 19, 2025 4:43 am

शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढने पर दिखने लगते हैं ये पांच लक्षण..ना करें नजरअंदाज

जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, तो यह कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। हालांकि शुरुआत में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के स्पष्ट लक्षण नहीं दिखते, लेकिन जैसे-जैसे इसका स्तर खतरनाक हद तक पहुंचता है, शरीर में कुछ संकेत और लक्षण नजर आने लगते हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। नीचे पांच ऐसे प्रमुख लक्षण बताए जा रहे हैं जो हाई कोलेस्ट्रॉल के संकेत हो सकते हैं:

1. सीने में दर्द या भारीपन (Chest Pain or Angina):

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर धमनियों में प्लाक जमने लगता है, जिससे खून का प्रवाह बाधित होता है। इससे दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती और सीने में दर्द या भारीपन महसूस होता है। यह स्थिति एंजाइना कहलाती है। खासतौर पर जब आप शारीरिक मेहनत करते हैं, तब यह दर्द बढ़ सकता है। यह दिल के दौरे का शुरुआती संकेत भी हो सकता है, इसलिए इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

2. हाथ-पैर सुन्न होना या झनझनाहट (Numbness or Tingling in Limbs):

जब धमनियों में कोलेस्ट्रॉल का जमाव होता है, तो हाथों और पैरों तक खून का प्रवाह प्रभावित हो सकता है। इससे अंगों में सुन्नपन, झनझनाहट या कमजोरी महसूस हो सकती है। यह संकेत परिधीय धमनी रोग (Peripheral Artery Disease – PAD) का हो सकता है, जो हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण होता है।

3. आंखों के आसपास पीले या सफेद धब्बे (Xanthelasma):

आंखों के आसपास या पलकों पर पीले या सफेद रंग के चपटे धब्बे उभरने लगते हैं, जिन्हें ज़ैंथेलाज्मा कहा जाता है। ये धब्बे कोलेस्ट्रॉल के जमाव के कारण बनते हैं और यह संकेत हो सकता है कि शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर बहुत अधिक है। यह लक्षण बिना किसी दर्द के होता है लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

4. थकान और सांस फूलना (Fatigue and Shortness of Breath):

उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण हृदय को पर्याप्त रक्त और ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे व्यक्ति को जल्दी थकावट होती है और सामान्य गतिविधियों में भी सांस फूलने लगती है। यह संकेत दिल पर पड़ रहे अतिरिक्त दबाव को दर्शाता है, जो कि गंभीर समस्या का रूप ले सकता है।

5. हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure):

जब धमनियां कोलेस्ट्रॉल के जमाव से संकरी हो जाती हैं, तो दिल को खून पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे रक्तचाप बढ़ जाता है। हाई ब्लड प्रेशर खुद भी एक “साइलेंट किलर” होता है, और यह हाई कोलेस्ट्रॉल का भी परिणाम हो सकता है। अगर आपको बार-बार बीपी हाई रहता है, तो कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर कराएं।


कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करना आसान तरीका:

उपरोक्त लक्षणों को अगर समय रहते पहचान लिया जाए, तो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना आसान हो सकता है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच से आप हाई कोलेस्ट्रॉल से बच सकते हैं। अगर ये लक्षण लगातार बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि ये हृदय रोग या स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों की शुरुआत हो सकती है।

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