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June 19, 2025 1:16 am

फैटी लिवर होने पर भूलकर भी न खाएं ये 6 चीजें, वरना जाना पड़ सकता है अस्पताल

फैटी लिवर आज की जीवनशैली से जुड़ी सबसे तेजी से बढ़ती बीमारियों में से एक है। गलत खान-पान, अधिक शराब का सेवन, शारीरिक गतिविधियों की कमी और मोटापा – ये सभी फैटी लिवर का कारण बनते हैं। यह रोग तब होता है जब लीवर की कोशिकाओं में वसा की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है, जिससे लीवर की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह गंभीर बीमारियों जैसे सिरोसिस या लीवर फेलियर में भी बदल सकता है।

इस लेख में हम बताएंगे कि फैटी लिवर के मरीजों को किन 6 चीजों से खासतौर पर परहेज करना चाहिए, जिससे उनकी हालत न बिगड़े। साथ ही इसमें Google Trends के ट्रेंडिंग कीवर्ड भी शामिल किए गए हैं जैसे कि “Fatty liver food to avoid”, “Fatty liver diet”, “liver detox”, “fatty liver home remedy”, आदि।


फैटी लिवर क्या है?

फैटी लिवर दो प्रकार का होता है:

  1. NAFLD (Non-Alcoholic Fatty Liver Disease) – जब शराब न पीने वाले व्यक्ति में भी लीवर में वसा जमा होने लगे।
  2. AFLD (Alcoholic Fatty Liver Disease) – जब अधिक मात्रा में शराब पीने के कारण लीवर फैटी हो जाए।

प्रारंभिक अवस्था में यह बीमारी लक्षण नहीं देती, लेकिन धीरे-धीरे यह लीवर को क्षति पहुंचाने लगती है। इसलिए समय रहते परहेज और सही खानपान बहुत जरूरी है।


ये 6 चीजें फैटी लिवर में खाना मना है:

1. तला-भुना भोजन

फ्राई चीजें जैसे समोसा, कचौरी, पकोड़े, चिप्स और फास्ट फूड में ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है। ये वसा लीवर में जमा होकर फैटी लिवर की समस्या को और बढ़ा देते हैं।

क्यों न खाएं:

  • ट्रांस फैट लीवर को सूजने और फाइब्रोसिस की ओर ले जा सकते हैं।
  • इससे कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर भी बढ़ता है।

2. शराब (Alcohol)

फैटी लिवर चाहे किसी भी प्रकार का हो, शराब उसे और नुकसान पहुंचाती है।

क्यों न खाएं:

  • शराब लीवर की कोशिकाओं को नष्ट करती है।
  • सिरोसिस और लीवर कैंसर का खतरा बढ़ता है।

3. शुगर और मीठा (Refined Sugar)

चीनी, मिठाइयां, केक, कुकीज और सॉफ्ट ड्रिंक में उच्च मात्रा में फ्रुक्टोज होता है जो लीवर में फैट के रूप में जमा हो जाता है।

क्यों न खाएं:

  • इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ावा देता है।
  • फैटी लिवर को NASH (Nonalcoholic steatohepatitis) में बदल सकता है।

4. सफेद आटा और रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेट

मैदे से बनी चीजें, सफेद ब्रेड, पास्ता और बिस्किट्स उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले होते हैं।

क्यों न खाएं:

  • ये तेजी से ब्लड शुगर बढ़ाते हैं।
  • लिवर पर फैट जमा करते हैं।

5. प्रोसेस्ड फूड और डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ

मार्केट में मिलने वाले रेडी-टू-ईट या डिब्बाबंद खाने में प्रिज़र्वेटिव, सोडियम और शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है।

क्यों न खाएं:

  • लीवर को डिटॉक्स करने की क्षमता कम होती है।
  • लंबे समय तक इनका सेवन सिरोसिस तक ले जा सकता है।

6. रेड मीट और अधिक प्रोटीन

भले ही प्रोटीन जरूरी हो, लेकिन अधिक रेड मीट जैसे मटन या बीफ फैटी लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

क्यों न खाएं:

  • इसमें सैचुरेटेड फैट अधिक होता है।
  • लीवर के लिए भारी होता है और सूजन बढ़ाता है।

फैटी लिवर में क्या खाएं?

सुझावित आहार:

  • ओट्स, दलिया, साबुत अनाज
  • हरी पत्तेदार सब्जियां
  • फल (कम शर्करा वाले जैसे सेब, अमरूद)
  • एवोकाडो, अखरोट, अलसी के बीज
  • पानी और हर्बल टी

घरेलू उपाय और लाइफस्टाइल टिप्स

  • सुबह खाली पेट गुनगुना पानी + नींबू
  • हल्दी वाला दूध या हल्दी की गोली
  • नियमित रूप से योग और प्राणायाम (कपालभाति, अनुलोम-विलोम)
  • हफ्ते में कम से कम 5 दिन 30 मिनट की वॉक
  • वजन को नियंत्रित रखना

निष्कर्ष:

फैटी लिवर की समस्या अगर शुरुआती अवस्था में पकड़ी जाए तो सिर्फ खानपान और जीवनशैली में बदलाव से ही इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। पर अगर लापरवाही की जाए और गलत चीजों का सेवन जारी रखा जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकती है और अस्पताल तक पहुंचा सकती है। इसलिए अपने भोजन में सावधानी बरतें और ऊपर बताए गए 6 चीजों से दूरी बनाएं।

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