क्या आपने कभी सोचा है कि प्रकृति और साधारण जीवन की शक्ति से आपकी उम्र भी कम हो सकती है? स्टैनफोर्ड के जीवन विस्तार (longevity) विशेषज्ञ डॉ. डेविड फुरमैन ने ऐसा ही कारनामा किया। तीन साल तक उन्होंने शहर की भागदौड़ छोड़ कर वन में प्राकृतिक जीवन बिताया—और जिसकी वजह से उनकी सूजन-आधारित (inflammatory) उम्र 42 से घट कर 32 साल पर आ गई। यह न केवल उनका अनुभव रहा, बल्कि वैज्ञानिक परीक्षणों ने इसे प्रमाणित भी किया है
कैसे शुरू हुई कहानी?
शुरुआत तब हुई जब 2016 में उनके रक्त जांच में पता चला कि उनकी ‘inflammatory age’ 42 साल थी, जबकि उनकी जन्मतिथि के अनुसार उम्र 39 साल की थी। उनका पेशा ही उम्र और सूजन पर रिसर्च करना था, और खुद की उम्र बढ़ती देख उन्होंने इसे चुनौती दे डाली
जीवन कैसे बदला वन में?
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आवास: परिवार सहित दो-बेडरूम की लकड़ी की झोपड़ी में स्थानांतरित ।
- प्राकृतिक दिनचर्या:
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सुबह 10–15 पोल-अप्स
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बच्चे संग जंगल में खेलना, बागवानी, फॉरेंजिंग
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प्राकृतिक आहार: ताजे फल, सब्ज़ियाँ, ऑर्गेनिक भोजन
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कैन्डललाइट रात्रिचर्या और स्क्रीन से दूरी
- स्टैण्डर्ड डाइटिंग: मॉनटेनुकी (जैसे सैल्मन, बेरीज़) से पोषक तत्व, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट पाचन के लिए लाभकारी
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- हरी जगह और शांति: मजबूत मानसिक ऊर्जा और न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य के लिए मददगार
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वैज्ञानिक परिणाम: 10 साल की गिरावट
तीन वर्षों में हुए फेरबदल इतने स्पष्ट रहे कि उनकी inflammatory age 42 से गिरकर 32 हो गयी . मध्य में प्रयुक्त “iAge” परीक्षण, जो सूजन-संबंधी बायोमार्कर दर्शाता है, ने बदलाव को स्पष्ट रूप में दिखाया
यह कैसे संभव हुआ?
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स्ट्रेस घटा: प्राकृतिक परिवेश और डिजिटल डिटॉक्स ने कॉर्टिसोल स्तर गिराया, जिससे सूजन में कमी आई
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प्राकृतिक माइक्रोबायोम: प्लास्टिक-मुक्त जीवन, सिंथेटिक से मुक्त माहौल और जमीन से संपर्क ने आंत स्वास्थ्य को बेहतर किया ।
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शारीरिक गतिविधि: मांसपेशियों में संतुलन बना रहा, कैलोरी नियंत्रण हुआ और कार्डियोवैस्कुलर सहनशीलता में सुधार आया ।
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रात में विश्राम: कैण्डललाइट ने सर्केडियन रिद्म संतुलित किया—गहरी नींद और सेल रिपेयर बढ़ा ।
वैज्ञानिक आधार: ‘inflammaging’
Dr. Furman ने 1000 Immunomes Project के माध्यम से एक ‘inflammatory clock’ विकसित किया है, जिसकी सहायता से उम्र से सम्बंधित सूजन को मापा जा सकता है . यह सूजन से जुड़ी बीमारियों जैसे हृदय रोग, मधुमेह, ऑटोइम्यून स्थितियों समेत कैन्सर को समझने में सहायक है ।
विशेषज्ञों का क्या कहना है?
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डॉ. मनीषा अरोड़ा (CK बिरला, दिल्ली)
“आस-पास की हवा, प्रकृति, डिजिटल सीमितता—कुल मिलकर सूजन और उम्र बढ़ाने वाले कारकों को कम करते हैं”—जो हमने फुरमैन के बीच देखे
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स्टैनफोर्ड टीम
उन्होंने पाया कि कैफीन-मध्यम कॉफी सेवन भी सूजन को कम करता है, लेकिन जीवनशैली बदलाव जैसे फुरमैन ने अपनाया, उसका स्तर ऊँचा है ।
आप भी आकार कैसे बदल सकते हैं?
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वन या हरियाली में समय बिताएं—बोनफायर, बागवानी, प्रकृति के बीच टहलें।
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संयमित प्राकृतिक खुराक—ताजे फल, सब्जियां, ऑर्गेनिक भोजन अपनाएं।
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डिजिटल डिटॉक्स—रात 7:30 के बाद स्क्रीन बंद, मृदु रोशनी में रहें।
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नित्य स्वाभाविक व्यायाम—जैसे कि फॉरेंजिंग, पुल-अप्स, वॉक।
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नींद की गहराई बढ़ाएं—5 मिनट ध्यान या नरम स्ट्रेचिंग से नींद का चक्र संतुलित करें।
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माइक्रोबायोम को पोषण करें—रासायनिक-मुक्त मिल्कटेक या योगर्ट दैनिक रखें।
निष्कर्ष
डॉ. फुरमैन की कहानी बताती है कि हमारे शरीर में उम्र कम करने की क्षमता मौजूद है—जो सूजन घटाकर, तनाव दूर करके, प्राकृतिक जीवनशैली अपनाकर सक्रिय हो सकती है। अधिक उम्र न हो, स्वस्थ उम्र हो—यह तभी संभव है जब हम मन, शरीर और जीवन को सिंद्ध स्वस्थ वातावरण में रखें।
