गठिया (Arthritis) की समस्या जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करती है—हर काम दर्दनाक हो जाता है। विशेषज्ञ का कहना है कि इसका सबसे बड़ा मूल कारण अधिक वजन होना है। अधिक भार होने से जोड़ों, विशेषकर घुटनों और कमर की हड्डियों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे घर्षण हो रहा होता है और आगे चलकर गठिया की आशंका बढ़ती है।
🔹 क्यों घटा हुआ वजन गठिया के लिए जरूरी है:
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कम बैलेंस और स्ट्रेस: प्रत्येक अतिरिक्त किलो भार से घुटनों पर 3-4 गुणा दबाव बढ़ता है।
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सूजन और इम्यून रिस्पॉन्स में सुधार: कम वजन से सूजन घटती है और प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर काम करती है।
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चलने‐फिरने की स्वतंत्रता: वजन कम होने से चलने‐फिरने की क्षमता बढ़ती है जिससे रक्त संचरण और जोड़ों को पोषण मिलता है।
🔹 नट्स‑सीड्स: क्यों हैं गठिया में मददगार?
✅ वे छह अचूक कारण जो इन्हें सुपरफूड बनाते हैं:
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घातक वसा नहीं, बल्कि वनस्पति वसा
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अखरोट, बादाम, काजू, फ्लैक्ससीड, चिया—इनमें ओमेगा‑3 और मोनोअनसेचुरेटेड फैट्स हैं, जो घर्षण इन्फ्लेमेशन को कम करते हैं।
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प्रोटीन और फाइबर से भरपूर
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ग्लूकोज लेवल को स्थिर रखते हैं और अधिक दिहाइड्रेशन और भूख से बचाते हैं।
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एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण
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बादाम, अखरोट और फ्लैक्ससीड में अनूठे फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जिनसे दर्द-निवारक असर होता है।
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कैल्शियम और मैग्नेशियम
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हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, जिससे फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना घटती है।
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ऑक्सी-डैमेज से रक्षा
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विटामिन ई-सबूत एंटीऑक्सीडेन्ट शक्ति वाले नट्स जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं।
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मेटाबॉलिज्म बूस्ट
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इतने सारे पोषक तत्वों से युक्त भोजन आपके मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे वजन घटता है।
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🔹 गठिया और वजन घटाने में नट्स‑सीड्स कैसे सहयोगी हैं?
रोग-लाभ | कैसे सहायता करते हैं? |
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वजन घटाना | संतुलित फैट एवं फाइबर मात्रा भूख नियंत्रित करती है |
जोड़ों की ताकत | ओमेगा‑3 और कैल्शियम जोड़ मजबूत बनाते हैं |
सूजन नियंत्रण | एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन कम करते हैं |
ऊर्जा और स्टैमिना | प्रोटीन, मिनरल से बॉडी को ताकत मिलती है |
🔹 दिनचर्या में इन्हें शामिल करने के सरल उपाय:
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नट्स–सीड्स स्नैक पैक: काजू-अखरोट-चेया बीज (handful)।
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ब्रेकफास्ट टॉपिंग: ओट्स या दलिया पर फ्लैक्ससीड छिड़कें।
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स्मूदी में मिलाएं: दही, जामुन और बादाम जोड़ें।
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सलाद टॉपिंग: रॉ ग्रिल्ड चिकन सलाद पर नट्स sprinkle करें।
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बेकिंग में प्रयोग करें: होल-ग्रेन ब्रेड, घी-बम्पर स्क्रैम्बल वायरल, खाना पकाते समय इस्तेमाल करें।
🔹 विशेषज्ञों की राय:
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डॉ. बिंदु गोयल (रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियंस):
“नट्स एक पौष्टिक विकल्प हैं—कुछ सर्विंग रोजाना गठिया के दर्द और सूजन को कम कर सकते हैं।”
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डॉ. साइमोन रोजर्स (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजिंग, यूएसए):
“डाइट में नट्स जोड़ने से वजन घटता है, ब्रोहोक्स को कम करता है—प्रभाव ग्लोबल फाइव BMI स्ट्रैटेजी में स्पष्ट है।”
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डॉ. रवींद्र सिंह (AIIMS, न्यूट्रिशन विशेषज्ञ):
“भारतीय लोग जब नट्स को अपने भोजन में जोड़ते हैं, उन्हें वजन घटने के साथ क्रॉनिक रोगों में कमी भी दिखती है।”
🔹 अन्य स्वस्थ आदतें वजन और गठिया नियंत्रण में:
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30 मिनट वॉक रोज़ाना
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तेज़ चाल से चलना (Brisk walk)
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योगासन (विशेषकर सूर्य नमस्कार, भुजंगासन)
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शरीर को हाइड्रेट रखें (2–3 लीटर पानी)
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पूरा नींद लें (7–8 घंटे)
निष्कर्ष:
गठिया से बचना संभव है—बस आपको नियमितता, सही आहार और स्वस्थ आदतों की जरुरत है। नट्स‑सीड्स का समावेश, वजन को संतुलित रखना, हर दिन थोड़ा व्यायाम और पर्याप्त नींद आपकी ज़िंदगी को दर्द मुक्त बना सकती है। आज से ही नट्स के रोज़ाना एक मुट्ठी को अपनाएं—और गठिया और मोटापे से लड़ी कई लड़ाइयों में यह आपकी सबसे बड़ी ताकत साबित होगी।
