आज की तारीख में शायद ही कोई ऐसा घर होगा जिस घर में चाय नहीं बनती होगी. भारत में चाय केवल एक पेय नहीं है बल्कि लोगों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा है। सुबह की नींद तोड़ने से लेकर शाम की थकान मिटाने तक चाय हर घर की ज़रूरत बन चुकी है। सामान्य चाय तो हर कोई पीता है लेकिन अगर उसी चाय में घर पर बना ताज़ा चाय मसाला डाल दिया जाए तो उसका स्वाद और खुशबू कई गुना बढ़ जाती है। चाय मसाला न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी है। इसमें मौजूद प्राकृतिक मसाले शरीर को तंदुरुस्त रखते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करते हैं।
चाय मसाला क्यों है खास?
चाय मसाले में ऐसे औषधीय मसालों का मिश्रण किया जाता है जिनका ज़िक्र आयुर्वेद में भी मिलता है। यह मसाले न केवल स्वाद को बढ़ाते हैं बल्कि सर्दी-जुकाम, पाचन संबंधी समस्या और तनाव जैसी दिक्कतों को भी दूर करने में मदद करते हैं। बाजार में कई तरह के रेडीमेड चाय मसाले उपलब्ध हैं लेकिन उनमें अक्सर कृत्रिम फ्लेवर और प्रिज़रवेटिव होते हैं। वहीं घर पर बना मसाला पूरी तरह शुद्ध, सुगंधित और सेहतमंद होता है।
चाय मसाले के मुख्य सामग्री और उनके फायदे
चाय मसाले की खासियत यही है कि इसमें रोज़ाना इस्तेमाल होने वाले मसाले शामिल किए जाते हैं।
इलायची का स्वाद मीठा और सुगंधित होता है। यह पाचन में मदद करती है और सांस को ताज़गी देती है।
दालचीनी हल्की मीठी और गर्म तासीर वाली होती है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक मानी जाती है।
लौंग शरीर में गर्मी प्रदान करती है और गले की खराश, सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं को दूर करने में मददगार होती है।
काली मिर्च रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और शरीर में जमा अतिरिक्त कफ को बाहर निकालती है।
सौंठ यानी सूखी अदरक शरीर को ऊर्जा देती है और ठंड के मौसम में खासतौर पर लाभकारी होती है।
जायफल मानसिक तनाव को कम करने और नींद को बेहतर बनाने में मदद करता है।
सौंफ पाचन को दुरुस्त करती है और चाय में हल्की मिठास का स्वाद जोड़ती है।
घर पर चाय मसाला बनाने की विधि
चाय मसाला बनाना बेहद आसान है। इसके लिए बस कुछ मसालों को हल्का भूनकर पीसना होता है। सबसे पहले इलायची, दालचीनी, लौंग और काली मिर्च को हल्का सा भून लें। ध्यान रखें कि इन्हें ज़्यादा न भूनें क्योंकि मसालों का प्राकृतिक स्वाद और सुगंध खराब हो सकता है। हल्की महक आने पर इन्हें ठंडा कर लें। फिर मिक्सी या सिल-बट्टे की मदद से बारीक पाउडर बना लें। इस पाउडर में सौंठ और जायफल मिलाएँ। चाहें तो सौंफ भी डाल सकते हैं। इसे अच्छी तरह मिला कर एयरटाइट डिब्बे में भरकर रखें। इस तरह बना चाय मसाला लंबे समय तक ताज़ा और सुगंधित रहेगा।
चाय मसाले का उपयोग कैसे करें?
एक कप चाय बनाते समय जब पानी और दूध उबलने लगे, तभी उसमें लगभग 1/4 छोटी चम्मच चाय मसाला डाल दें। इसके बाद इसमें चायपत्ती और शक्कर डालकर चाय को पकाएँ। चाय मसाले की हल्की खुशबू पूरे रसोईघर में फैल जाएगी और चाय पीते ही ताजगी का अनुभव होगा। अगर आपको ज़्यादा मसालेदार चाय पसंद है तो काली मिर्च और सौंठ की मात्रा बढ़ा सकते हैं। वहीं अगर हल्की और मीठी खुशबू चाहिए तो इलायची और सौंफ की मात्रा बढ़ाएँ।
स्वास्थ्य के लिए लाभ
घर पर बने चाय मसाले का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह कई तरह की बीमारियों से बचाव करता है। सर्दी-जुकाम और खांसी में यह बेहद प्रभावी होता है। चाय में मौजूद मसाले शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत बनाते हैं। इसके अलावा यह पाचन को सही रखता है और शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। सर्दियों के मौसम में मसाला चाय शरीर को गर्मी प्रदान करती है और थकान को तुरंत दूर करती है। मानसिक रूप से भी यह राहत पहुँचाती है क्योंकि मसालों की खुशबू तनाव को कम करती है और मन को शांत बनाती है।
क्यों अपनाएँ घर का बना चाय मसाला?
आज के समय में लोग बाजार के तैयार उत्पादों पर अधिक निर्भर हो गए हैं। लेकिन जब बात स्वास्थ्य की हो तो घर पर बने मसालों से बेहतर कुछ नहीं। बाजार के मसालों में मिलावट और रासायनिक पदार्थ होने की संभावना अधिक रहती है। जबकि घर पर बना मसाला शुद्ध और ताज़ा होता है। साथ ही इसे अपनी पसंद के अनुसार बदलना भी आसान है। यही वजह है कि चाय मसाला हर घर में ज़रूर होना चाहिए।
स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
चाय मसाला न केवल चाय के स्वाद को बढ़ाता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। इलायची से लेकर दालचीनी और अदरक तक हर मसाले का अपना महत्व है। घर पर इसे बनाना आसान है और इसमें ज़्यादा समय भी नहीं लगता। एक बार बनाकर महीनों तक इसका उपयोग किया जा सकता है। अगर आप रोज़ाना चाय पीते हैं तो इसमें घर पर बना चाय मसाला ज़रूर डालें। इससे आपकी चाय और भी खास बनेगी और आपको ताजगी के साथ-साथ सेहत का भी लाभ मिलेगा।