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02/10/2025 6:29 pm

मोरिंगा (सहजन): चमत्कारी वृक्ष के अद्भुत फायदे और महत्व

मोरिंगा जिसे सहजन या ड्रमस्टिक ट्री भी कहा जाता है, एक चमत्कारी वृक्ष है जिसकी पत्तियाँ, फलियाँ और बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। यह सुपरफूड कुपोषण दूर करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और कई बीमारियों से बचाव में सहायक है। जानिए इसके औषधीय गुण, पोषण मूल्य और लगाने का सही तरीका।

मोरिंगा: एक परिचय

मोरिंगा, जिसे आम भाषा में सहजन और अंग्रेज़ी में ड्रमस्टिक ट्री कहा जाता है, भारत का एक प्राचीन और बहुपयोगी वृक्ष है। इसे “चमत्कारी वृक्ष” इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका हर हिस्सा किसी न किसी रूप में उपयोगी है। इसकी पत्तियाँ, फलियाँ, फूल और बीज पोषक तत्वों और औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह पेड़ तेजी से बढ़ने वाला और सूखा सहन करने वाला है, इसलिए इसे गरीब और ग्रामीण इलाकों में कुपोषण से लड़ने के लिए प्राकृतिक उपाय माना जाता है।

सहजन का पोषण मूल्य

मोरिंगा की पत्तियों को सुपरफूड माना जाता है। इसमें ऐसे पोषक तत्व मौजूद हैं जो हमारी रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा करते हैं। पत्तियों में संतरे से सात गुना अधिक विटामिन सी, गाजर से दस गुना ज्यादा विटामिन ए, दूध से सत्रह गुना ज्यादा कैल्शियम, दही से नौ गुना ज्यादा प्रोटीन, केले से पंद्रह गुना ज्यादा पोटैशियम और पालक से पच्चीस गुना ज्यादा आयरन पाया जाता है। इस वजह से सहजन कुपोषण से लड़ने में बेहद प्रभावी साबित होता है।

भोजन के रूप में सहजन

सहजन की हरी फलियाँ, पत्तियाँ और फूल हमारी थाली का स्वाद और पोषण दोनों बढ़ा सकते हैं। भारत के कई राज्यों में इसकी फलियाँ सब्ज़ी और सांभर में डाली जाती हैं। पत्तियों का उपयोग साग, सूप और पाउडर के रूप में किया जाता है। सहजन पाउडर आजकल सुपरफूड सप्लीमेंट के रूप में भी लोकप्रिय हो रहा है। इसे नियमित आहार में शामिल करने से शरीर को पर्याप्त विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स मिलते हैं।

औषधीय गुण और स्वास्थ्य लाभ

मोरिंगा का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में सदियों से होता आ रहा है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, सूजन-रोधी और रोगाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। इसका नियमित सेवन रक्त शर्करा को नियंत्रित करने, फैटी लिवर को रोकने, हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। सहजन पत्तियों के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाते हैं। यह हड्डियों को मजबूत करता है, पाचन सुधारता है और शरीर में ऊर्जा भरता है। स्तनपान कराने वाली माताओं में यह दूध की मात्रा बढ़ाने में भी सहायक माना जाता है।

सौंदर्य प्रसाधन में सहजन

सहजन के बीजों से तेल निकाला जाता है जिसे ब्यूटी इंडस्ट्री में काफी महत्व दिया जाता है। यह तेल बालों और त्वचा दोनों के लिए उपयोगी है। बालों को मजबूत और चमकदार बनाने के लिए सहजन तेल का प्रयोग किया जाता है। वहीं, त्वचा पर लगाने से यह मॉइस्चराइज़र का काम करता है और एंटी-एजिंग गुणों के कारण झुर्रियों और दाग-धब्बों को कम करने में मदद करता है।

जल शोधन में सहजन

सहजन के बीजों का उपयोग पानी को शुद्ध करने में भी किया जाता है। इसके बीजों में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो पानी से बैक्टीरिया और अशुद्धियों को हटाने में सक्षम होते हैं। ग्रामीण इलाकों में जहां आधुनिक जल शोधन के साधन उपलब्ध नहीं हैं, वहाँ सहजन के बीज एक प्राकृतिक व सस्ता विकल्प बनते हैं।

सहजन के औषधीय उपयोग

मोरिंगा के अर्क का इस्तेमाल विभिन्न बीमारियों के उपचार में किया जाता है। यह सूजन कम करने, रक्तचाप नियंत्रित करने, कोलेस्ट्रॉल घटाने और यहां तक कि कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोकने में भी सहायक हो सकता है। पारंपरिक आयुर्वेद में सहजन का इस्तेमाल पेट दर्द, खून की कमी और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं के लिए किया जाता है।

सहजन लगाने का तरीका

सहजन को लगाना भी बेहद आसान है। इसे दो तरीकों से लगाया जा सकता है – बीज से और कटिंग से।
बीज से लगाने के लिए बीज को 12 घंटे पानी में भिगोकर 6 से 8 इंच गहराई में बोया जाता है। कुछ ही दिनों में अंकुर निकल आता है। कटिंग से लगाने के लिए डेढ़ से दो फीट लंबी टहनी को 6 इंच गहराई तक मिट्टी में गाड़कर रोपण किया जाता है। दोनों ही स्थितियों में पौधे को भरपूर धूप और थोड़ी नमी वाली मिट्टी चाहिए होती है। सहजन तेजी से बढ़ने वाला पौधा है और इसे ज्यादा देखभाल की आवश्यकता नहीं होती।

सहजन का सामाजिक और आर्थिक महत्व

मोरिंगा न केवल पोषण और औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करता है। इसकी फलियाँ और पत्तियाँ बाज़ार में अच्छी कीमत पर बिकती हैं। सहजन पाउडर और तेल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी निर्यात किए जाते हैं। इससे किसानों की आय बढ़ती है और उन्हें टिकाऊ खेती का साधन मिलता है।

एक चमत्कारी वृक्ष

मोरिंगा वास्तव में एक चमत्कारी वृक्ष है जो हर रूप में हमारे जीवन को बेहतर बना सकता है। यह पौधा न सिर्फ शरीर को पोषण देता है बल्कि कई गंभीर बीमारियों से बचाव करता है। सौंदर्य, औषधि और पर्यावरण के लिए भी यह बेहद उपयोगी है। आज जब दुनिया प्राकृतिक और हर्बल उपायों की ओर बढ़ रही है, सहजन का महत्व और भी बढ़ जाता है। इसे अपने आहार और जीवनशैली में शामिल करके हम बेहतर स्वास्थ्य और लंबे जीवन की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।

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