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June 19, 2025 1:48 am

फैटी लिवर होने पर शरीर देने लगता है कई संकेत…इन बातों का रखे ध्यान.

आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हम अपनी सेहत पर उतना ध्यान नहीं दे पाते जितना देना चाहिए। गलत खानपान, तनाव, नींद की कमी और शारीरिक गतिविधियों में कमी के कारण आजकल 90% लोगों में फैटी लीवर की समस्या देखी जा रही है। लीवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो पाचन, विषैले पदार्थों को बाहर निकालने और ऊर्जा भंडारण में मदद करता है। जब लीवर में सामान्य से अधिक वसा जमा हो जाती है, तो इसे फैटी लीवर (Fatty Liver Disease) कहा जाता है। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह गंभीर समस्याएं जैसे लिवर सिरोसिस या लीवर फेलियर का कारण बन सकता है।

फैटी लीवर के प्रमुख लक्षण (Symptoms of Fatty Liver):

  1. थकान और कमजोरी:
    फैटी लीवर के शुरुआती लक्षणों में अत्यधिक थकान और कमजोरी शामिल है। बिना ज्यादा मेहनत किए भी शरीर जल्दी थकने लगता है। यह इसलिए होता है क्योंकि लीवर की कार्यक्षमता कम हो जाती है, जिससे ऊर्जा उत्पादन में बाधा आती है।

  2. पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में हल्का दर्द या दबाव:
    लीवर पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में होता है। फैटी लीवर के कारण इस क्षेत्र में हल्का दर्द, भारीपन या दबाव महसूस हो सकता है। हालांकि यह दर्द बहुत तीव्र नहीं होता, लेकिन लगातार बना रह सकता है।

  3. भूख में कमी और वजन घटना:
    जब लीवर सही तरीके से काम नहीं करता, तो भूख में कमी आ सकती है। इससे वजन में अनचाही गिरावट हो सकती है, जो शरीर के पोषण स्तर को और बिगाड़ता है।

  4. पेट फूलना (Bloating) और अपच:
    फैटी लीवर पाचन तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे पेट में गैस बनना, सूजन और अपच की समस्या बढ़ जाती है। खाने के बाद पेट भारी लगना सामान्य शिकायत बन जाती है।

  5. त्वचा और आंखों का पीलापन (Jaundice):
    यदि फैटी लीवर की स्थिति बढ़ जाती है और लीवर की सूजन या डैमेज शुरू होता है, तो त्वचा और आंखों का रंग पीला पड़ सकता है। इसे पीलिया (Jaundice) कहा जाता है, जो लीवर डिसफंक्शन का गंभीर संकेत है।

  6. मूत्र का गाढ़ा रंग और मल का हल्का रंग:
    लीवर खराब होने पर शरीर से विषाक्त पदार्थों का निष्कासन सही तरीके से नहीं होता, जिससे मूत्र गहरे पीले या भूरे रंग का हो सकता है और मल हल्के रंग का दिखाई दे सकता है।

  7. मानसिक भ्रम या याददाश्त की समस्या (Advanced Stage):
    जब फैटी लीवर गंभीर रूप ले लेता है, तो व्यक्ति को मानसिक भ्रम, याददाश्त की समस्या या एकाग्रता में कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसे हेपेटिक एन्सेफालोपैथी (Hepatic Encephalopathy) कहा जाता है।

  8. पैरों और टखनों में सूजन:
    लीवर की खराबी के कारण शरीर में प्रोटीन का स्तर गिरने लगता है, जिससे पैरों और टखनों में सूजन आ सकती है। इसे एडिमा (Edema) कहते हैं।

महत्वपूर्ण सलाह:
फैटी लीवर के लक्षण शुरुआत में बहुत हल्के और सामान्य होते हैं, इसलिए लोग अक्सर इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। यदि समय रहते इन संकेतों को पहचाना जाए और जीवनशैली में सुधार किया जाए — जैसे संतुलित आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, शराब से बचना और वजन नियंत्रित रखना — तो फैटी लीवर को ठीक करना संभव है।

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