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June 20, 2025 5:17 pm

Yoga Tips- गुस्से और तनाव को दूर करने के लिए करें शशांकासन

शशांकासन (Shashankasana), जिसे “हंसासन” या “रैबिट पोज़” भी कहा जाता है, एक सरल योगासन है जो मानसिक और शारीरिक लाभ प्रदान करता है। यह तनाव को कम करने, रीढ़ की लचक बढ़ाने और मन को शांत करने में सहायक होता है।

शशांकासन क्या है?

यह आसन शशांक (खरगोश) के मुद्रा जैसा दिखता है, इसलिए इसे शशांकासन कहा जाता है। इसमें व्यक्ति अपने शरीर को आगे की ओर झुकाकर आरामदायक मुद्रा में आता है, जिससे तनाव मुक्त और शांत अवस्था प्राप्त होती है।

शशांकासन कैसे करें?

  1. प्रारंभिक स्थिति:
    • वज्रासन में बैठ जाएं (घुटनों के बल बैठकर एड़ियों पर शरीर का भार रखें)।
    • पीठ और गर्दन सीधी रखें और दोनों हाथों को घुटनों पर रखें।
  2. आसन की स्थिति:
    • गहरी सांस लें और दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाएं।
    • सांस छोड़ते हुए कमर से झुकें और हाथों को आगे की ओर खींचते हुए माथे को जमीन पर रखें।
    • नितंबों (हिप्स) को एड़ियों से सटा हुआ रखें।
  3. स्थिति बनाए रखें:
    • आराम से सांस लें और इस स्थिति में 10-30 सेकंड (या जितना संभव हो) रहें।
    • धीरे-धीरे प्रारंभिक स्थिति में लौटें।
  4. दोहराव:
    • इसे 3-5 बार दोहराएं।

शशांकासन के लाभ:

  1. मानसिक लाभ:
    • तनाव और चिंता को कम करता है।
    • ध्यान केंद्रित करने और मन को शांत करने में मदद करता है।
  2. शारीरिक लाभ:
    • रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाता है।
    • पाचन तंत्र को बेहतर करता है।
    • पीठ, गर्दन और कंधों के तनाव को कम करता है।
    • रक्त संचार में सुधार करता है।
  3. अतिरिक्त लाभ:
    • उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
    • आंतरिक अंगों को मसाज देता है और उनके कार्य में सुधार करता है।

शशांकासन किसे नहीं करना चाहिए?

  1. गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे पेट पर दबाव पड़ता है।
  2. घुटनों की समस्या: घुटने में दर्द या चोट हो तो इस आसन से बचें।
  3. कमर दर्द: गंभीर कमर दर्द या स्लिप डिस्क की समस्या वाले इसे करने से पहले डॉक्टर या योग शिक्षक से सलाह लें।
  4. अत्यधिक उच्च रक्तचाप या वर्टिगो: इन स्थितियों में यह आसन करने से बचें।

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